Find the Best KKC909 Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutkkc status, kkc pvt ltd pune, kkc, kkc edits, kkc pvt ltd,
Nitesh Prajapati
ख़्वाबों के घरौंदे बचपन में, मैंने भी बनाए थे उसके साथ, खेलता था में भी हमेंशा, अपनी बचपन की परी के साथ। बहुत ही हसीन वो दिन थे, जब छोटी सी गुड़िया जैसी, वह आती थी मेरे घर और, देखके उसकी एक झलक, खुश हो जाता था में बहुत ही। गुजर जाता था, पूरा दिन यूंँ उसके साथ, चंद लम्हों में ही, जैसे लगता था अभी तो दिन शुरू हुआ, और जल्द ही ख़त्म भी हो गया। वक़्त गुजरा बचपन भी गुजरा, और वह भी चली गई बड़ी होकर, मेरी जिंदगी में से, पीछे रह गया उसकी यादों का झरोखा, और सुना रह गया मेरे ख्वाबों का घरौंदा। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read more... मोलिका
रूह छलनी है पर ये जिस्म ज़िंदा है जर्जर से दिल में कैद ख्वाबों का परिंदा है बड़े ही तकलीफदेह है ये टूटे हुए ख़्वाब बिखरा बिखरा मेरे ख्वाबों का घरौंदा है..!! ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreNazar Biswas
ख़्वाबों के घरौंदे में जीने लगे उम्र के दायरे जब सिमटने लगे, जीते कहाँ अब हकीक़त में आँखों से ख़्वाब जब मिटने लगे। बचपन को दिल से विदा किया, फ़र्ज़ अता जवानी का किया, मासूमियत खोती गई रफ़्तार से, ज़िम्मेदार बन बिखरने लगे। पूछोगे हाल भी सौ दर्द बहेंगे, हाल जैसा हो कुछ भी न कहेंगे, ये वक़्त वो वक़्त है जब बाहर से हँसने अंदर से तड़पने लगे। न माँ के आँचल की ठंडी छाया, न पिता सा साया कोई पाया, ज़िन्दगी के करारे थपेड़े खाए लू में तपके जलने बदलने लगे। कितनी भी चाहत से बनाया उस ज़माने सा घरौंदा बन न पाया, उस ठौर की एक आस ही पाले दिशाविहीन हो भटकने लगे।— % & ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreDr Upama Singh
मेरे ख़्वाबों के घरौदे को किसने ना जाने इसको रौदें। तोड़ किसी ने इसको मेरे सारे ख़्वाब चकनाचूर कर दिए। इस घरोंदे को मेरी आँखों ने जो सजाया था। ख़्वाब में जहांँ प्यार का आशियांँ बनाया था। बचपन से एक ही ख़्वाब देखा था। खूबसूरत प्यार सा एक घरौंदा हो अपना। यह दुनिया खुदगर्ज हमें जीने नहीं देती। किसी के घरौंदे को यह सही सलामत रहने नहीं देती। रोशनी से भरी जगमग करता मेरा घरौंदा अंधकार करके ले गया मेरे ख़्वाबों का सवेरा। ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreShashwati Haldar
ख्वाबों के घरोंदे अक्सर टूट जाया करते हैं, मकान सजाने से हम तभी तो डरते हैं, नहीं मन्नत न इच्छाएं बाकी हैं अब, इतना सोचकर हम ख्वाबों से मुकरते हैं, क्योंकि ख्वाबों के घरोंदे, टूट जाया करते हैं,,, ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreShashwati Haldar
ख्वाबों के घरोंदे अक्सर टूट जाया करते हैं, मकान सजाने से हम तभी तो डरते हैं, नहीं मन्नत न इच्छाएं बाकी हैं अब, इतना सोचकर हम ख्वाबों से मुकरते हैं, क्योंकि ख्वाबों के घरोंदे, टूट जाया करते हैं,,, ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreManju Sharma
ख्वाबों के घरौंदे हमने सजाए है, जो हकीकत में नहीं हमारी, खवाबों में वो भी आए है, नामुमकिन है जो हासिल होना, खवाबों में उनको जीया है, मालूम तो हमको भी है, ये ख्वाब बस ख्वाब रह जाने है। ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreनेहा उदय भान गुप्ता
ख्वाबों के घरौंदे में मैंने, ख्वाहिशें सजाई है, पूरे कर दो अर्जी मेरी, जो दर तेरे लगाई है। हूँ नादान मैं बेटी तेरी, एक माटी का पुतला, सुन पुकार अब मेरी, तुझसे आस लगाई है।। ले दिया माटी का कब तक फिरूँ मैं मारी मारी, भटक रही बगिया में तेरे, मैं अकेली दुखहारी। सोचा तुझको अपना, एक सहारा है तेरा पाया, हर लो संकट मेरा, मैं जाऊँ तुझ पर बलिहारी। बचपन भी छूटा, अधूरी रह गई चाहते हमारी, खो गए सफ़र में, पिंजड़े में कैद दास्ताँ हमारी। कैसे बढूँ आगे, राहें नज़र नही है आती मुझको, बेचैन हूँ कबसे, समस्या सुलझा जा तू हमारी।। इस छोटी सी जिन्दगी में, ना जाने कितने गम है, कोई खुश दिखे ना मुझको, सबकी आँखें नम है। आ करके थाम लो, अपनी बनाई इस दुनियाँ को, सबको दिखा दो ना राघव, तुझमें कितना दम है। प्यासी है जी नैनन मेरे, तरस रहे है दीदार को तेरे, जला कर आग, उसमें तुझको निहारते नयन मेरे। सुध बुध भी बिसराया, खोई हू पहचान मैं अपनी, नाम से तेरी जानी जाऊं, यही अर्ज है अब मेरे।। ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreनेहा उदय भान गुप्ता😍🏹
ख्वाबों के घरौंदे में मैंने, ख्वाहिशें सजाई है, पूरे कर दो अर्जी मेरी, जो दर तेरे लगाई है। हूँ नादान मैं बेटी तेरी, एक माटी का पुतला, सुन पुकार अब मेरी, तुझसे आस लगाई है।। ले दिया माटी का कब तक फिरूँ मैं मारी मारी, भटक रही बगिया में तेरे, मैं अकेली दुखहारी। सोचा तुझको अपना, एक सहारा है तेरा पाया, हर लो संकट मेरा, मैं जाऊँ तुझ पर बलिहारी। बचपन भी छूटा, अधूरी रह गई चाहते हमारी, खो गए सफ़र में, पिंजड़े में कैद दास्ताँ हमारी। कैसे बढूँ आगे, राहें नज़र नही है आती मुझको, बेचैन हूँ कबसे, समस्या सुलझा जा तू हमारी।। इस छोटी सी जिन्दगी में, ना जाने कितने गम है, कोई खुश दिखे ना मुझको, सबकी आँखें नम है। आ करके थाम लो, अपनी बनाई इस दुनियाँ को, सबको दिखा दो ना राघव, तुझमें कितना दम है। प्यासी है जी नैनन मेरे, तरस रहे है दीदार को तेरे, जला कर आग, उसमें तुझको निहारते नयन मेरे। सुध बुध भी बिसराया, खोई हू पहचान मैं अपनी, नाम से तेरी जानी जाऊं, यही अर्ज है अब मेरे।। ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreid default
ख़्वाबों के घरौंदे सजते हैं हर दिल में, लिखी जाती हैं तकदीरें ख़्वाबों की कलम से,किसी के सुनहरे से ख़्वाबों की रोशनी से झगमगाता है घरौंदा, तो किसी को मिलता है नाकामी से भरा हुआ अंधेरा सा घरौंदा, बड़ा निराला सा लगता है ये ख़्वाबों का घरौंदा, किसी को ख़्वाबों से अमीर तो किसी को हकीक़त में अमीर बना देता ये घरौंदा, अच्छे खासे इंसान के मन में अनगिनत कामयाबी की उम्मीद जगा देता है ये ख़्वाबों से भरा घरौंदा, हक़दार हर इंसान है होता कोई छीन नहीं सकता ये ख़्वाबों से भरा प्यारा-प्यारा घरौंदा, ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read more