मेरे ख़्वाबों के घरौदे को किसने ना जाने इसको रौदें। तोड़ किसी ने इसको मेरे सारे ख़्वाब चकनाचूर कर दिए। इस घरोंदे को मेरी आँखों ने जो सजाया था। ख़्वाब में जहांँ प्यार का आशियांँ बनाया था। बचपन से एक ही ख़्वाब देखा था। खूबसूरत प्यार सा एक घरौंदा हो अपना। यह दुनिया खुदगर्ज हमें जीने नहीं देती। किसी के घरौंदे को यह सही सलामत रहने नहीं देती। रोशनी से भरी जगमग करता मेरा घरौंदा अंधकार करके ले गया मेरे ख़्वाबों का सवेरा। ♥️ Challenge-909 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।