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तुषार"आदित्य"

तुम लाख चाहो मेरी आफ़त में जान रखना,लेकिन अपने लिए भी कुछ इम्तिहान रखना।

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तुषार"आदित्य"

मुझे उम्मीदें बहुत थी तुमसे।
बस इक यही उम्मीद ना थी। मुझे उम्मीदें बहुत थी तुमसे।
बस इक यही उम्मीद ना थी।
#मुझे #उम्मीदें #बहुत #तुमसे 
#बस #यही #ना #थी

मुझे उम्मीदें बहुत थी तुमसे। बस इक यही उम्मीद ना थी। #मुझे #उम्मीदें #बहुत #तुमसे #बस #यही #ना #थी

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तुषार"आदित्य"

शायद ये भी वजह रही कि
 हम दोनों में नही जमी।
मेरा नाम मोहब्ब्त था 
और उसका नाम दिल्लगी। शायद ये भी वजह रही कि
 हम दोनों में नही जमी।
मेरा नाम मोहब्ब्त था 
और उसका नाम दिल्लगी।
#shayad #wajah #humdono 
#naam #mera #uska
#mohhabat #dillagi

शायद ये भी वजह रही कि हम दोनों में नही जमी। मेरा नाम मोहब्ब्त था और उसका नाम दिल्लगी। #shayad #Wajah #humdono #naam #Mera #Uska #Mohhabat #Dillagi

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तुषार"आदित्य"

लगी रफ़्तार की ठोकर, एक जान चली गई
बहते खून से सड़क पर, सियासत लिखी गई लगी रफ़्तार की ठोकर, एक जान चली गई
बहते खून से सड़क पर, सियासत लिखी गई
#dhamtari #धमतरी #सड़क #सियासत

लगी रफ़्तार की ठोकर, एक जान चली गई बहते खून से सड़क पर, सियासत लिखी गई #Dhamtari #धमतरी #सड़क #सियासत

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तुषार"आदित्य"

नही चाहिए ये कोयले की जलन,मुझे!
पत्तों की ठंडी छाँव अच्छी लगती है। नही चाहिए ये कोयले की जलन,मुझे!
पत्तों की ठंडी छाँव अच्छी लगती है।
#savehasdev #saveforest 
#हसदेव #हसदेव_बचाओ #savenature 
#savefuture

नही चाहिए ये कोयले की जलन,मुझे! पत्तों की ठंडी छाँव अच्छी लगती है। #savehasdev #saveforest #हसदेव #हसदेव_बचाओ #SaveNature #savefuture

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तुषार"आदित्य"

जिसकी जहाँ तक पहुँच पाई बाँहे।
उसने वहाँ तक लकीर खींच दी।

ना दिन देखा कोई, देखी ना रातें।
मिला जब भी मौका लकीर खींच दी।

कभी रंग लेकर कभी खून लेकर।
बदस्तूर होकर लकीर खींच दी।

नही देखे आँसू ना सुन पाए आहें।
फिराकर निगाहें लकीर खींच दी।

 पैदा हुए जब तो मारे खुशी के।
गमज़दा मौत पे हो लकीर खींच दी। जिसकी जहाँ तक पहुँच पाई #बाँहे।
उसने #वहाँ तक #लकीर खींच दी।

ना दिन देखा कोई, देखी ना रातें।
मिला जब भी मौका लकीर #खींच दी।

कभी #रंग लेकर कभी खून लेकर।
बदस्तूर होकर लकीर खींच #दी।

जिसकी जहाँ तक पहुँच पाई बाँहे। उसने #वहाँ तक #लकीर खींच दी। ना दिन देखा कोई, देखी ना रातें। मिला जब भी मौका लकीर #खींच दी। कभी #रंग लेकर कभी खून लेकर। बदस्तूर होकर लकीर खींच दी। #आँसू #आहें

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तुषार"आदित्य"

तुम्हारे पास भी अंधेरा है हमारे पास भी
बस हम दोनों एक दूसरे के पास नही है तुम्हारे पास भी अंधेरा है हमारे पास भी
बस हम दोनों एक दूसरे के पास नही है
#tumhare #pass #andhera 
#hmare #ekdusre #nhihai

तुम्हारे पास भी अंधेरा है हमारे पास भी बस हम दोनों एक दूसरे के पास नही है #Tumhare #Pass #andhera #Hmare #Ekdusre #Nhihai

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तुषार"आदित्य"

मन में तेरी यादों ने लगा रखा पहरा है।
गवाह आँखों में पड़ा ये काला घेरा है। मन में तेरी यादों ने लगा रखा पहरा है।
गवाह आँखों में पड़ा ये काला घेरा है।
#मन #तेरी #यादों #पहरा
#गवाह #आँखों #काला #घेरा

मन में तेरी यादों ने लगा रखा पहरा है। गवाह आँखों में पड़ा ये काला घेरा है। #मन #तेरी #यादों #पहरा #गवाह #आँखों #काला #घेरा

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तुषार"आदित्य"

इश्क तो बस तुमसे ही हुआ था
अब जिससे होगा समझौता होगा— % & #इश्क तो #बस #तुमसे ही #हुआ था
#अब #जिससे होगा #समझौता #होगा
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तुषार"आदित्य"

वैसी ख़ुशी फिर कभी नही हुई।
जैसी तुमसे मिलकर होती थी।— % & #वैसी #ख़ुशी #फिर #कभी नही हुई।
#जैसी #तुमसे #मिलकर #होती थी।
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तुषार"आदित्य"

मेरी कमियों के साथ चाहता है
मुझे बस अपने साथ चाहता है।— % & मेरी कमियों के साथ चाहता है
मुझे बस अपने साथ चाहता है।

मेरी कमियों के साथ चाहता है मुझे बस अपने साथ चाहता है।

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