Find the Best DailyRamKatha Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutdaily quote love, cancer daily love horoscope, importance of science in our daily life, daily shayari in hindi, simple and easy hairstyles for daily use,
Thakur Sai Ankur
भावार्थ जो तेज (दूसरों को जलाने वाले ताप) में अग्नि और क्रोध में यमराज के समान हैं, पाप और अवगुण रूपी धन में कुबेर के समान धनी हैं,जिनकी बढ़ती सभी के हित का नाश करने के लिए केतु (पुच्छल तारे) के समान है। और जिनके कुम्भकर्ण जैसे सोते रहने में भलाई है॥3॥ #saiankur #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqquotes #yqtales #yqdada #dailyramkatha
Thakur Sai Ankur
भावार्थ जो हरि और हर के यश रूपी पूर्णिमा के चन्द्रमा के लिए राहु के समान हैं (अर्थात जहाँ कहीं भगवान विष्णु या शंकर के यश का वर्णन होता है, उसी में वे बाधा देते हैं) और दूसरों की बुराई करने में सहस्रबाहु के समान वीर हैं। जो दूसरों के दोषों को हजार आँखों से देखते हैं और दूसरों के हित रूपी घी के लिए जिनका मन मक्खी के समान हैं। (अर्थात् जिस प्रकार मक्खी घी में गिरकर उसे खराब कर देती है और स्वयं भी मर जाती है, उसी प्रकार दुष्ट लोग दूसरों के बने-बनाए काम को अपनी हानि करके भी बिगाड़ देते हैं)॥2॥ #saiankur #dailyramkatha #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqtales #yqhindi #yqdada
Thakur Sai Ankur
भावार्थ अब मैं सच्चे भाव से दुष्टों को प्रणाम करता हूँ, जो बिना ही प्रयोजन, अपना हित करने वाले के भी प्रतिकूल आचरण करते हैं। दूसरों के हित की हानि ही जिनकी दृष्टि में लाभ है। जिनको दूसरों के उजड़ने में हर्ष और बसने में विषाद होता है॥1॥ #saiankur #dailyramkatha #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqquotes #yqhindi #yqdada
Thakur Sai Ankur
भावार्थ संत सरल हृदय और जगत के हितकारी होते हैं, उनके ऐसे स्वभाव और स्नेह को जानकर मैं विनय करता हूँ, मेरी इस बाल-विनय को सुनकर कृपा करके श्री रामजी के चरणों में मुझे प्रीति दें॥3(ख)॥ #saiankur #dailyramkatha #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqtales #yqhindi #yqdada
Thakur Sai Ankur
भावार्थ मैं संतों को प्रणाम करता हूँ, जिनके चित्त में समता है, जिनका न कोई मित्र है और न शत्रु! जैसे अंजलि में रखे हुए सुंदर फूल (जिस हाथ ने फूलों को तोड़ा और जिसने उनको रखा उन) दोनों ही हाथों को समान रूप से सुगंधित करते हैं। (वैसे ही संत शत्रु और मित्र दोनों का ही समान रूप से कल्याण करते हैं।)॥3 (क)॥ #dailyramkatha #saiankur #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqtales #yqhindi #yqdada
Thakur Sai Ankur
भावार्थ ब्रह्मा, विष्णु, शिव, कवि और पण्डितों की वाणी भी संत महिमा का वर्णन करने में सकुचाती है। वह मुझसे किस प्रकार नहीं कही जाती, जैसे साग-तरकारी बेचने वाले से मणियों के गुण समूह नहीं कहे जा सकते॥6॥ #saiankur #yourquote #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqtales #yqhindi #dailyramkatha
Thakur Sai Ankur
भावार्थ दुष्ट भी सत्संगति पाकर सुधर जाते हैं, जैसे पारस के स्पर्श से लोहा सुहावना हो जाता है (सुंदर सोना बन जाता है), किन्तु दैवयोग से यदि कभी सज्जन कुसंगति में पड़ जाते हैं, तो वे वहाँ भी साँप की मणि के समान अपने गुणों का ही अनुसरण करते हैं। (अर्थात् जिस प्रकार साँप का संसर्ग पाकर भी मणि उसके विष को ग्रहण नहीं करती तथा अपने सहज गुण प्रकाश को नहीं छोड़ती, उसी प्रकार साधु पुरुष दुष्टों के संग में रहकर भी दूसरों को प्रकाश ही देते हैं, दुष्टों का उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।)॥5॥ #saiankur #dailyramkatha #yourquote #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqtales #yqhindi
Thakur Sai Ankur
भावार्थ सत्संग के बिना विवेक नहीं होता और श्री राम जी की कृपा के बिना वह सत्संग सहज में मिलता नहीं। सत्संगति आनंद और कल्याण की जड़ है। सत्संग की सिद्धि (प्राप्ति) ही फल है। और सब साधन तो फूल है॥4॥ #saiankur #dailyramkatha #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqtales #yqhindi #yqdada
Thakur Sai Ankur
भावार्थ उनमें से जिसने जिस समय जहाँ कहीं भी जिस किसी यत्न से बुद्धि, कीर्ति, सद्गति, विभूति (ऐश्वर्य) और भलाई पाई है। सो सब सत्संग का ही प्रभाव समझना चाहिए। वेदों में और लोक में इनकी प्राप्ति का दूसरा कोई उपाय नहीं है॥3॥ #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqtales #yqhindi #yqdada #saiankur #dailyramkatha
Thakur Sai Ankur
भावार्थ वाल्मीकि जी, नारद जी और अगस्त्य जी ने अपने-अपने मुखों से अपनी होनी (जीवन का वृत्तांत) कही है। जल में रहने वाले, जमीन पर चलने वाले और आकाश में विचरने वाले नाना प्रकार के जड़-चेतन जितने जीव इस जगत में हैं॥2॥ #yqbaba #saiankur #yqdidi #dailyramkatha #yqtales #yqquotes #yqhindi #yqdada