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Ganesh joshi
White हर किसीका मन और मौन कम लोग ही समझते है ©Ganesh joshi #Sad_shayri #किसीका मन और मौन कम लोग ही समझते है #मौन #मन #मौन_अभिव्यक्ति #story #status
#Sad_shayri #किसीका मन और मौन कम लोग ही समझते है #मौन #मन #मौन_अभिव्यक्ति #story #status
read moreAmbika Mallik
मौन आमंत्रण गुल-ए-बहार की अंजुमन को समझो। मंद मंद पुरवाई की छुअन को समझो। गुनगुना कर भंवरों ने खिलाया चमन। खिल रही फूलों की धड़कन को समझो। झूम झूम कर बरसाई अंबर ने इश्क। पत्तों पर थिरकती तड़पन को समझो। मचल रही है दिल में रुहानी एहसास। झुकी हुई पलकों की चिलमन को समझो। इश्क की खुमारी में अजब सा आलम है। सुरमई शाम सुहानी की अगन को समझो।। झुकी हुई नजरें दे रही है तुम्हें सदाऐं। प्रणय का मौन आमंत्रण को समझो।। अम्बिका मल्लिक ✍️ ©Ambika Mallik #मौन_अभिव्यक्ति
Abhay Bhadouriya
केवल पृथ्वी एवं सूर्य के मध्य चन्द्र की उपस्थिति ही ग्रहण नहीं होती ये तुम्हारे और मेरे मध्य का मौन भी ग्रहण ही है न? #सूर्यग्रहण #सूर्य_ग्रहण #मौन #मौन_अभिव्यक्ति #प्रेम #abhaybhadouriya
विष्णुप्रिया
माना अनेको राग है यंत्र तंत्र अगाध है, पर मौन को, जो नाप सके क्या ऐसा कोई विधान है । भावों से सराबोर जो अनुभूतियों का जाल है, व्याल है यह मौन का, जो हृदय पर प्रगाढ़ है । धीमे से अवतरित होता, मौन में सब शून्य होता, नैनों से नित रिसता रहता, भावों का जलधाम है...!! मौन को, जो माप सके क्या ऐसा कोई विधान है...?? अक्सर जब मन शून्य होता है तो, शब्द स्वतः ही विलीन हो जाते है....सब मौन करके, और मेरे लिए यह बड़ी ही विकट समस्या हो जाती है, परिवार में स्त्री का मौन होना गलत नजरिये से देखा जाता है, जबकि मौन मुझे स्थिरता प्रदान करता है । #yqdidi #मौन_अभिव्यक्ति #शून्य #हिंदीकोट्स #विष्णुप्रिया
अक्सर जब मन शून्य होता है तो, शब्द स्वतः ही विलीन हो जाते है....सब मौन करके, और मेरे लिए यह बड़ी ही विकट समस्या हो जाती है, परिवार में स्त्री का मौन होना गलत नजरिये से देखा जाता है, जबकि मौन मुझे स्थिरता प्रदान करता है । #yqdidi #मौन_अभिव्यक्ति #शून्य #हिंदीकोट्स #विष्णुप्रिया
read moreविष्णुप्रिया
यूँ ही नही होता किसी नृत्य का सृजन जब अंतस की गहराई में संवेदनाएँ विस्तृत हो उद्वेलित करने लगती है दैहिक और आत्मिक आयामों को... तब मन्दाकिनी सी, कोई धारा महामौन को धारण कर स्फूरित होने लगती है आदियोगी की जटाओं से... और झरने लगता है मौन नृत्य रूप में सहसा ही... जैसे मृदु स्पर्श पा झाड़ देते है वृक्ष, रात्रि भर से सिंचित संपूर्ण ओस प्रेम रूप में.... यूँ ही नही होता किसी नृत्य का सृजन जब अंतस की गहराई में संवेदनाएँ विस्तृत हो उद्वेलित करने लगती है दैहिक और आत्मिक आयामों को...
यूँ ही नही होता किसी नृत्य का सृजन जब अंतस की गहराई में संवेदनाएँ विस्तृत हो उद्वेलित करने लगती है दैहिक और आत्मिक आयामों को...
read moreAparna Singh
ये मौन की अभिव्यक्ति भी क्या गज़ब करती है यूँ चुप रहकर भी ये कितना अदब करती है #cinemagraph #yqhindi #yqdidi #yqhindiquotes #yqhindishayari #yqhindiquotes #मौन_अभिव्यक्ति
Ayushi Shukla
जब लाखो ठोकरें, क़िस्मत के नाम हो गयी तब जा कर लौ बदले की, सरेआम हो गयी मशरूफ़ थी झंझा की, उन तीव्र घटाओं से फिर भी किस्मत के आगे, बदनाम हो गयी हज़ारों लाखो कोशिशे की उठ खड़े होने की जर्जर किस्मत के आगे,सब नाकाम हो गयी निराशा से भर गयी, वो नब्जें आशाओं की जो तकदीर के आगे मेहनत विराम हो गयी विघात हुई वासना की, वो पोटली इस कदर निस्तब्धता में भी जोरों का,कोहराम हो गयी समस्त मौन है, तो फिर ये आहट कैसी सुस्थिर है शरीर,फिर सनसनाहट कैसी ______________✨______________ चैन को संजोना था, हमने गमो पर ध्यान दिया इसलिए किस्मत ने,हमे लकीरों से अनजान किया
समस्त मौन है, तो फिर ये आहट कैसी सुस्थिर है शरीर,फिर सनसनाहट कैसी ______________✨______________ चैन को संजोना था, हमने गमो पर ध्यान दिया इसलिए किस्मत ने,हमे लकीरों से अनजान किया
read moreAparna Singh
ये मौन की अभिव्यक्ति भी क्या गज़ब करती है यूँ चुप रहकर भी ये कितना अदब करती है #cinemagraph #yqhindi #yqdidi #yqhindiquotes #yqhindishayari #yqhindiquotes #मौन_अभिव्यक्ति
भुवनेश शर्मा
लोगों को ज्यादा इज्जत दो तो वह भी उन्हें हज़म नहीं होती एक बार बेइज्जती हो जाए तो फिर उनकी हमसे दूबारा मुलाकात नहीं होती! #स्वभिमान #साहेब #मौन_अभिव्यक्ति #मनकीबातें #निशान #मोहब्बत #अहसास ❣️❣️🇮🇳🙏🙏
#स्वभिमान #साहेब #मौन_अभिव्यक्ति #मनकीबातें #निशान #मोहब्बत #अहसास ❣️❣️🇮🇳🙏🙏
read moreAmit Dubey
हमने मौन होकर कह लिए हैं कथ्य सारे। पर भला कौन समझेगा हमारे ये इशारे। जो नहीं करना था हम वही करते आ रहे हैं। हम हर एक रोज बेमौत मरते जा रहे है। स्वप्न हमारे रोज हमको जलते दिख रहे हैं। कुछ चवन्नियों की खातिर हम बिक रहे हैं। हम पागलों को अब नहीं देगा कोई सहारे, हमने मौन होकर..... दुनिया न बदली सो खुद बदलने जा रहे हैं। इसलिए हम इस दुनिया को बहुत भा रहे हैं। आंखों पर बांध पट्टी हम सुकून से सो रहे हैं। दुनिया की रंगीनियों में हम भी अब खो रहे हैं। टूट कर फैले हुए हैं अब हमारे संकल्प सारे, हमने मौन होकर..... अमित दुबे ©Amit Dubey मौन होकर कह लिए हैं कथ्य सारे.... #मौन_अभिव्यक्ति
मौन होकर कह लिए हैं कथ्य सारे.... #मौन_अभिव्यक्ति
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