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Rabindra Kumar Ram
" मेरे साहिर में ओ अंदाजे-ए-ब्यान कहा से लाऊँ, बात जो भी हैं आखिर ओ बात कहा से लाऊ, तकाजा कुछ कर भी लू तो क्या हो जायेगा, मेरे तसब्बुर में जो हमनवाई हैं उसकी नाम कहाँ से लाऊँ. " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " मेरे साहिर में ओ अंदाजे-ए-ब्यान कहा से लाऊँ, बात जो भी हैं आखिर ओ बात कहा से लाऊ, तकाजा कुछ कर भी लू तो क्या हो जायेगा, मेरे तसब्बुर में जो हमनवाई हैं उसकी नाम कहाँ से लाऊँ. " --- रबिन्द्र राम #साहिर #अंदाजे-ए-ब्यान
Uttam Dixit
अभी उम्र कुछ कच्ची है हाल-ए-दिल बयाँ करने को.... शायद और चाहिये जिंदगी का तकाज़ा हमें...... #writingdesire #YourQuoteAndMine Collaborating with Priyanka Nayak #udquotes #हाल_ए_दिल #बयाँ #तकाजा
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अभी उम्र कुछ कच्ची है हाल-ए-दिल बयाँ करने को.... शायद और चाहिये जिंदगी का तकाज़ा हमें...... #writingdesire #YourQuoteAndMine Collaborating with Priyanka Nayak #udquotes #हाल_ए_दिल #बयाँ #तकाजा
#writingdesire #YourQuoteAndMine Collaborating with Priyanka Nayak #udquotes #हाल_ए_दिल #बयाँ #तकाजा
read moreDiwan G
फख्र है मुझे सनम, तू मेरी मोहब्बत है। वर्ना इस जमाने में, बिना मतलब के यहाँ कौन किसका है। जरूरत के रिश्ते हैं,दौलत का रुआब है। दौलत जिसके पास है, बस हर चीज पे, पहला हक उसका है। बात ये झूठी नहीं,समय का तकाजा है। क्या तू और क्या मैं, वो दिल से उसका नहीं,जो जिसका है। बिना मतलब के...! #फख्र #मतलब #जिंदगी #प्यार #दौलत #मोहब्बत #रुआब #तकाजा #झूठी #nojoto
Vibhooti Gondavi.
ये वक्त का तकाजा था, जो मैं न समझ पाया, वो टूट कर संवर गये, मैं ठहर कर बिखर गया.... #वक्त #तकाजा #दर्द #ठहर #टूट #मोहब्बत #आंसू #संवर
Ashish Toofani Singh
कल वक़्त का तकाजा और बातों का खज़ाना रहता था आज बातों का तकाजा और वक़्त का खज़ाना रहता हैं #waqt #takaza #hindi #shayari #writer #toofani
Kavita Modani
Fate change when, उम्र उम्र जिन्दगी का तकाजा है। हर दिन ढलती जाती है, जिन्दगी में हम आगे बढ़ते है पर उम्र फिसलती जाती है। हंसता गाता बचपन निकाल जाता है। फिर आता है यौवन,जो कि जिम्मेदारियों के बोझ से दब जाता है। अन्तिम पड़ाव में बुढ़ापा बीमारियों की दस्तक देता है। बस इस जिन्दगी के इसी खेल में उम्र फिसलती जाती है। रेत का घरौंदा है यह उम्र। कब किसी का पांव पड़े और घरौंदा बिखर जाता है। जब घरौंदा टूटने वाला है तो क्यों ना इसे खुशियों से भर ले। जितनी भी उम्र है बस हंस के जी ले। क्योंकि उम्र जिन्दगी का तकाजा है हाथ से फिसलती जाएंगी। कविता मोदानी विनय इंटरनेशनल स्कूल #fate
Himmat Singh
I am not forget to previous pain,new one pain is borrow. You can't imagine my depth of sorrow. HIMMAT SINGH कितने जख्म को खरीद लेता हूं , मेरी कोई भी तकाजा नहीं है मेरी ग़म की गहराई का तुझे रता बर भी अंदाजा नहीं। तकाजा-आवश्यकता ,हिम्मत सिंह writing #thinking #Punjabi poetry# Hindi poetry #Urdu poetry # I am not forget to previous pain,new one pain is borrow. You can't imagine my depth of sorrow. HIMMAT SINGH कितने जख्म को खरीद लेता हूं , मेरी कोई भी तकाजा नहीं है मेरी ग़म की गहराई का तुझे रता बर भी अंदाजा नहीं है। तकाजा-आवश्यकता ,हिम्मत सिंह
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