Find the Best जिल्दसाज़ी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about
Shankar Singh Rai
मन उदास हो तो खाने के कई बंडल दूध मुरब्बे अंचार सड़ते हुए कई फल सब एक-एक करके उठते हैं पालती में और जाके खेत होते हैं कचरे की बाल्टी में बजबजाती बू जब कमरे में उतरती है उसकी नजर मुसलसल कचरे पे ठहरती है वो सोचता है आख़िर ऐसी भी क्या वजह है सड़ता है एक जग-ह उसपर भी क्यों ये कचरा कहीं बाल्टी से खुद ही उठकर नही जाता गोया महीनों हो गए ..वो घर नही जाता :/शंकर ©Shankar Singh Rai #lonely बेरोज़गार #जिल्दसाज़ी
#lonely बेरोज़गार #जिल्दसाज़ी
read moreShankar Singh Rai
मन उदास हो तो खाने के कई बंडल दूध मुरब्बे अंचार सड़ते हुए कई फल सब एक-एक करके उठते हैं पालती में और जाके खेत होते हैं कचरे की बाल्टी में बजबजाती बू जब कमरे में उतरती है उसकी नजर पलटकर कचरे पे ठहरती है वो सोचता है आख़िर ऐसी भी क्या वजह है सड़ता है एक जग-ह उसपर भी क्यों ये कचरा कहीं बाल्टी से खुद ही उठकर नही जाता गोया महीनों हो गए ..वो घर नही जाता :/शंकर ©Shankar Singh Rai बेरोज़गार #जिल्दसाज़ी
बेरोज़गार #जिल्दसाज़ी
read moreShankar Singh Rai
क़श्म-कश में हूं सुकून की तलाश में हूं अभी आवाज़ न देना... ..अभी गिलास में हूं :/शंकर. ©Shankar Singh Rai शराब I Drinks #जिल्दसाज़ी
शराब I Drinks #जिल्दसाज़ी
read moreShankar Singh Rai
जो जेब में होंगे चंद सिक्के, दिया खरीदो भी, दो खरीदो कि अपनी चौखट से पहले देहरी,कोई उजाला किया करोगे ऐ हमवतन ये करोगे वादा? वतन संभाला किया करोगे ये अपना घर है यहीं मदीना यहीं शिवाला किया करोगे :/शंकर ©Shankar Singh Rai हमवतन #independence #जिल्दसाज़ी
हमवतन #Independence #जिल्दसाज़ी
read moreShankar Singh Rai
इस बार ना सही,अगले जनम मिलेंगे ओ घुंघराले बालों वाली! ..................हम मिलेंगे ©Shankar Singh Rai घुंघराले बालों वाली #जिल्दसाज़ी
घुंघराले बालों वाली #जिल्दसाज़ी
read moreShankar Singh Rai
क्यूँ ना बात बनाते लोग चुप रहते मर जाते लोग तुम पागल मैं दीवाना बाक़ी आते-जाते लोग :/शंकर ©Shankar Singh Rai क्यों ना बात बनाते लोग #जिल्दसाज़ी
क्यों ना बात बनाते लोग #जिल्दसाज़ी
read moreShankar Singh Rai
चाह नही मेरी खुशियों पर अपनी खुशियाँ वारो तुम मेरी ख़ातिर अपने सपने जीते जी जिंदा मारो तुम नहीं चाहता घर बैठो मेरे घर का सामान बनो मैं नाम गर्व से ले पाऊँ तुम वो मेरा अभिमान बनो जब तुम बाहर से लौटो तो कुछ मेरी खातिर ले आना मैं जब कुछ लाकर दूँ तुमको आँचल में हँसकर रख लेना बस एक तमन्ना है मेरी कह दूँ तुमसे गर मानो तुम मेरे पापा के पाँव छुओ तो पल्लू सर पर रख लेना :/शंकर ©Shankar Singh Rai तमन्ना #जिल्दसाज़ी
तमन्ना #जिल्दसाज़ी
read moreShankar Singh Rai
मेरे लबों पर उंगली रख दो लफ्ज़-ओ-हर्फ़ पिघल जाए पानी जैसे बदन से लिपटे बेबस बर्फ़ पिघल जाए :/शंकर ©Shankar Singh Rai बर्फ़ #जिल्दसाज़ी
बर्फ़ #जिल्दसाज़ी
read more