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Rabindra Kumar Ram
White " इक ख़्याल हम से भी हैं तुम हो जो कहीं मुकर रहे , तुम्हें अंदाजा हैं कोई इस तरह , रुख तो किया मैंने तेरे गलियों का , इक तुम हो जो दरीचों पे नज़र नहीं आ रहे . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " इक ख़्याल हम से भी हैं तुम हो जो कहीं मुकर रहे , तुम्हें अंदाजा हैं कोई इस तरह , रुख तो किया मैंने तेरे गलियों का , इक तुम हो जो दरीचों पे नज़र नहीं आ रहे . " --- रबिन्द्र राम #ख़्याल #मुकर #अंदाजा
Divyansh Rawat
💕#जरा सा #झूठ ही #कह दो... ┄┅════❁ #कि तुम #बिन #दिल #नही #लगता...💕 💕 ┄═❁ #हमारा #दिल #बहल #जाए...💕 ┄┅════❁ #तो #तुम #फिर #से #मुकर #जाना.!!💕. ©Divyansh Rawat #againstthetide
Rabindra Kumar Ram
" तमाम हसरतें इस ख्याल से मुकर ना जाये , मैं जो हूं जैसे तेरे सय में कहीं आते आते रह ना जाये , कोई गुफ्तगू कहीं कोई रफ़ाक़त तो कर यार , इक तेरे मिलने के जुस्तजू में कहीं कोई बगावत कर ना जाये . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " तमाम हसरतें इस ख्याल से मुकर ना जाये , मैं जो हूं जैसे तेरे सय में कहीं आते आते रह ना जाये , कोई गुफ्तगू कहीं कोई रफ़ाक़त तो कर यार , इक तेरे मिलने के जुस्तजू में कहीं कोई बगावत कर ना जाये . " --- रबिन्द्र राम #तमाम #ख्याल #मुकर #सय #गुफ्तगू #रफ़ाक़त #जुस्तजू #बगावत
Rabindra Kumar Ram
" बोल तो इक पल तेरे ख्याल से मुकर जाऊ मैं, फिर इस कदर तेरे ना होने का दिल को दिलाशा दे दिया जाये, बात जो भी हो इस इक्तेफ़ाक से मुकर नहीं रहा मैं, फिर मुहब्बत का कौन ये दौर लाये हम इस तरह . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " बोल तो इक पल तेरे ख्याल से मुकर जाऊ मैं, फिर इस कदर तेरे ना होने का दिल को दिलाशा दे दिया जाये, बात जो भी हो इस इक्तेफ़ाक से मुकर नहीं रहा मैं, फिर मुहब्बत का कौन ये दौर लाये हम इस तरह . " --- रबिन्द्र राम #ख्याल #मुकर #दिलाशा #इक्तेफ़ाक #मुकर #मुहब्बत
Rabindra Kumar Ram
" आज एक ख्याल से मुकर जाऊगा मैं , बात कुछ भी नहीं मगर एक बात कर जाऊगा मैं, आखिर कब तक यू ही खुद को दिलाशा दिया जाये, जो मंजूर नहीं बयाने दिल अपना उसे तो फिर क्या किया जाये. " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " आज एक ख्याल से मुकर जाऊगा मैं , बात कुछ भी नहीं मगर एक बात कर जाऊगा मैं, आखिर कब तक यू ही खुद को दिलाशा दिया जाये, जो मंजूर नहीं बयाने दिल अपना उसे तो फिर क्या किया जाये. " --- रबिन्द्र राम #ख्याल #मुकर #दिलाशा #मंजूर #दिल
मानव बदायूँनी
तुझको किस तरह मैं भूल जाऊँ मेरे बस में नही, करके वादें मुकर जाऊँ ये आदत में शामिल नही। ©मानव बदायूँनी #devdas #वादें #मुकर #शामिल तुझको किस तरह मैं भूल जाऊँ मेरे बस में नही, करके वादें मुकर जाऊँ ये आदत में शामिल नही।
Rabindra Kumar Ram
" यूं रुठना तेरा वाजिब नहीं लगता , यूं मुकर जाना तेरा साजिश का हिस्सा नहीं लगता , रह ले कर ले तु भी अपनी मनमानी , ये इश्क मुहब्बत तेरा अभी सच्चा नहीं लगता , ये इश्क लुत्फ मुहब्बत को कोई खेल समझा , तुम मुझसे खेल के निकल जाये मैं ओ खिलौना नहीं लगता , रख ले कर तु अपनी तो खुद से खुद की अब मैं तेरे खेल का हिस्सा नहीं लगता . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " यूं रुठना तेरा वाजिब नहीं लगता , यूं मुकर जाना तेरा साजिश का हिस्सा नहीं लगता , रह ले कर ले तु भी अपनी मनमानी , ये इश्क मुहब्बत तेरा अभी सच्चा नहीं लगता , ये इश्क लुत्फ मुहब्बत को कोई खेल समझा , तुम मुझसे खेल के निकल जाये मैं ओ खिलौना नहीं लगता , रख ले कर तु अपनी तो खुद से खुद की अब मैं तेरे खेल का हिस्सा नहीं लगता . "
" यूं रुठना तेरा वाजिब नहीं लगता , यूं मुकर जाना तेरा साजिश का हिस्सा नहीं लगता , रह ले कर ले तु भी अपनी मनमानी , ये इश्क मुहब्बत तेरा अभी सच्चा नहीं लगता , ये इश्क लुत्फ मुहब्बत को कोई खेल समझा , तुम मुझसे खेल के निकल जाये मैं ओ खिलौना नहीं लगता , रख ले कर तु अपनी तो खुद से खुद की अब मैं तेरे खेल का हिस्सा नहीं लगता . "
read morePoonam Ritu Sen
जिस दिन से उसे मेरे आँसुओं की कीमत का अंदाजा हुआ, उस दिन से वो मेरे मोहब्बत का कर्ज लेने से मुकर गया.. #yqbaba #yqdidi #आंसू #कीमत #अंदाजा #मोहब्बत #कर्ज #मुकर
Rabindra Kumar Ram
" मुझे डर हैं कि कहीं इश्क ना हो , हसरतें ख्याल जो महज ख्याल ना रहे , बात आई तो तुम करोगे क्या ऐसे में , साथ आओगे ना यू ही मुकर जाओगे ." --- रबिन्द्र राम " मुझे डर हैं कि कहीं इश्क ना हो , हसरतें ख्याल जो महज ख्याल ना रहे , बात आई तो तुम करोगे क्या ऐसे में , साथ आओगे ना यू ही मुकर जाओगे ." --- रबिन्द्र राम #डर #इश्क
Rabindra Kumar Ram
" तुझसे मेरा फासला यू ही रहेगा , ढलती हुई शाम की चादर में , ये ख्याल तेरा दस्तक देकर मुकर जायेगा , तुम होकर भी साथ मेरे नहीं होंगे ." --- रबिन्द्र राम " तुझसे मेरा फासला यू ही रहेगा , ढलती हुई शाम की चादर में , ये ख्याल तेरा दस्तक देकर मुकर जायेगा , तुम होकर भी साथ मेरे नहीं होंगे ." --- रबिन्द्र राम #फासला #ख्याल #दस्तक #मुकर #साथ