लो जी *महान* *अमिताभ बच्चन* जैसी *दीवार* को भी कोरोना हो गया और यहां तुम सब, *हेरा फेरी* करके, बीस रुपये का मास्क पहनकर, *मर्द* बने घूम रहे हो,!
*आनंद* ये *अग्निपथ* है,जो घर पर रुकेगा वही *शहंशाह* बनेगा, नहीं तो सोच लो कहीं *डॉन* बनने के चक्कर मे *लावारिस, अजूबा* *नमक-हराम* न बन जाओ देख लो *खुदा गवाह* है कोई भी *लावारिस* को *सूर्यवंशम* बचाने नहीं आएगा,
अगर कोरोना की *जंजीर* तोड़नी है तो,इस *आखरी रास्ते* पर *मजबूर* बनकर *अकेले-अकेले* चलना है।फिर मत कहना कि *मिस्टर नटवरलाल* ने बताया नहीं। वैसे भी य #विचार#IndiaLoveNojoto
Roh ke Rishto ki Ye Ghehraiya'n To Dekhye
Chot Lagti Hai Hamarey Aur Chillati Hai Maa
Ghar SE Jab Pardes ko Jata hai Godi ka Pala
Hath mein Qura'n liye Aaga'n mein Aa jati hai Maa
Astha Singh #Shayari
BISHARAT NAQVI
Mere Bachpan ka Mukhtasir Mausam
Rizq ki Justuju mein beet gya.
Bisharat Naqvi Zakhmi Senthli Astha Singh Maan_khan Sweta Kushwaha Daljeet Singh Phurba Tamang #Shayari