सुनो प्रिय मेरे आँखों के दर्पण में तुम हो मेरी साँसो की धड़कन में तुम हो, हाँ तुम्ही मेरा प्रेम मेरा समर्पण हो दिल में हो..( ❤ ).तुम पूनम की चांदनी रात हो, सितारों की बारात हो, पूस की रात हो और कोई न आस पास हो। तेरे सिवा कोई न खाश हो, तुम ही हर पल आस पास हो। तेरे लबो पे दूजा न कोई नाम हो, मेरे नाम के आगे तुम्हारा ही नाम हो। तेरे आंखों मैं कोई और उम्मीद न हो, मेरे आंखों मैं तेरे सिवा कोई न तसवीर हो। पास भी हो तुम, दूर भी हो तुम, जीत भी तुम,हार भी तुम ही हो। मूकद्दर भी तू सिकंदर भी तू, उम्मीद भी तू हताश भी तू। हर पल में तू हर दिन में तू, हर शाम में तू हर रात में तू। मेरे लिए सपना भी तू मेरे लिए अपना भी तू, मेरे हर रूह मैं तूओर मेरे हर एक साँस मैं तू। तेरे संग मोहब्बत-ए-सफर और भी वाकिफ हो...! जब भी हमारा प्रेम इतिहास लिखूं _वो ऐतिहासिक हो...!! 🌱______________💌Historical love 💌________________🌱