कहने को तो हर इंसान है मेरे पास पर क्यूं कोई आप जैसा नहीं होता सुन तो सब लेते है मेरी पर क्यूं कोई एक शख्स भी आप जैसा नहीं समझ पाता देखते तो हैं सब यहां पर क्यूं कोई आप जैसा मुझे नहीं देख पाता लाख भीड़ में भी बिल्कुल अकेली हूं बिना आपके हंसना तो सबको दिखता है पर कोई एक भी मेरे आसूं नही पढ़ पाता हर छोटी से छोटी ख्वाइश मेरी सर आंखों पर रखते थे आप क्यूं अब कोई मेरी एक बात भी याद नहीं रख पाता हंस तो सब लेते हैं साथ मेरे पर क्यूं कोई साथ में रो नहीं पता पापा आपके न होने की सजा रोज रोज सही है हमने क्यूं ये दर्द कभी कम नहीं हो पाता #papa #papa_i_miss_you