#कफस से छूट कर भी तुमसे मिल नहीं पाए,,, हुआ था इश्क़ मगर दिल बदल नहीं पाए,,,, हमारी राख से महबूब को लिपटना था,,, भिंगे थे अश्को में ऐसे कि जल नहीं पाए,,,, कजा से थी वफ़ा, करार सब निभाना था,,, जीस्त जकड़ी रही हम साथ चल नहीं पाए ये हाल देख मेरा #तपस्वी ,तुम्हे सम्हलना था,,, हमारी भूल थी हम गिर कर सम्हल नहीं पाए,,, (प्रेम तपस्वी) ©जिंदा अहसास कफस का मतलब पिंजरा होता है #MorningTea