तेरे बिन जो काटी वो रात भी दुस्वारी है सांस लेना भी अब भारी है जिन्दगि में ये हालात भी आना बाकी था गौर करने पर तेरी सूरत याद आती है तेरी चूड़ियों की खनक कानों को आज भी प्यारी है तुझसे दूर जाने की रस्म जारी है तेरे पहलू में जो दिन बिताये उसके तपीश में जलने की बारी है अब मिलने कोई बात ना करना मिलने पर मरने की पारी है चाँद कई आये और कई गये बिस्तर पर करवटें बदलना जारी है बात ही नहीं कोई बात करने की खुद से भी अब मुहदरारी है मेरा बिखरना अब भी जारी है समेटने की किसकी जिम्मेदारी है #sagarshayari #sagar✍️ #sagarozashayari #sagaroza #Nojoto #solotraveller