शिक्षक................ शिक्षक एक ऐसा नाम, जो हमारी ज़िंदगी को देता अलग पहचान, सबकी जीवन में वो एक हीरो नज़र आता, हर परिस्थिति में कभी भाई, कभी मित्र और कभी पिता भी बन जाता। आज भी याद वो दिन बचपन के स्कूल वाले, जहाँ उसके थोड़ी डांट से भी हमें उस बचपना में दुश्मन नज़र आते, कुछ सालों तक ये आदत सा बन पाते, अध्यापक की डांट,उसकी हाथों की छड़ी... छात्रों संग एक संबंध बना जाते। शिक्षक.. . तुम अगर न आये होते, तो न जाने हम कहाँ होते, मिले तो थे हम अंजान बन के, पर आपका आना और हमारा आपसे मिलना... एक अलग ही जीवन बना दिया। शिक्षक सिर्फ एक शिक्षक नहीं होता, वो हमारे परिवार का एक दूर का हिस्सा होता, वो हर घड़ी में हमारे साथ खड़ा होता, तभी वो हमारे कामयाबी पे.. खुद की कामयाबी महसूस कर रहा होता। सोचा शिक्षक को इन पंक्तियों से ही बयां कर दूंगा, पर शिक्षक अपने आप में एक जीवन...... जो कभी खत्म नही होती। #happyteachersday #dedicatedtoallteachers #prashant_kumar #pk_poetry