मृत्यू भी तब तक किसी व्यक्ति का आलिंगन नही कर सकती , जब तक वह व्यक्ति खुद जीने की आस ना छोड दे। चाहे कितनी ही विपरीत परिस्थियाँ क्यो ना हो, चाहे व्यक्ति पुर्ण रूप से असमर्थ हो जाये, मगर यदि उसमे जीने की इच्छाशक्ति शेष हैं तो, मृत्यू चाहकर भी कभी उसका आलिंगन नही कर सकती। और इसके विपरीत जो व्यक्ति हताशा से घिरा हो, जिसके समीप नकरात्मकता पुर्ण रूप से विध्य्मान हो। जिसकी सोच और विचार भी नकारात्मक हो। उसके जीवन मे मृत्यू की आवश्यकता ही नही होती। बिमार व्यक्ति भी तब तक स्वस्थ नही हो सकता जब तक उसकी स्वस्थ होने की इच्छाशक्ति ना हो, यह मैं नही विज्ञान कहता हैं। ठीक वैसे ही आप तब तक कुछ नही पा सकते जबतक आपके आस पास का वातावरण और आपमे नकारत्मकता विध्यमान रहती हैं। प्रयास तभी सफल होते हैं, जब पुर्ण इच्छाशक्ती से किये जाये। अन्यथा उनके सफल होने की सम्भावना मात्र उतनी ही हैं, जितनी सकारत्मक्ता आपकी सोच मे हैं।🙏🙏🙏 ©आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #mereprashnmerisoch मृत्यू भी तब तक किसी व्यक्ति का आलिंगन नही कर सकती , जब तक वह व्यक्ति खुद जीने की आस ना छोड दे। चाहे कितनी ही विपरीत परिस्थियाँ क्यो ना हो, चाहे व्यक्ति पुर्ण रूप से असमर्थ हो जाये, मगर यदि उसमे जीने की इच्छाशक्ति शेष हैं तो, मृत्यू चाहकर भी कभी उसका आलिंगन नही कर सकती। और इसके विपरीत जो व्यक्ति हताशा से घिरा हो, जिसके समीप नकरात्मकता पुर्ण रूप से विध्य्मान हो। जिसकी सोच और विचार भी नकारात्मक हो। उसके जीवन मे मृत्यू की आवश्यकता ही नही होती। बिमार व्यक्ति भी तब तक स्वस्थ नही हो सकता जब तक उसकी स्वस्थ होने की इच्छाशक्ति ना हो, यह मैं नही विज्ञान कहता हैं। ठीक वैसे ही आप तब तक कुछ नही पा सकते जबतक आपके आस पास का वातावरण और आपमे नकारत्मकता विध्यमान रहती हैं। प्रयास तभी सफल होते हैं, जब पुर्ण इच्छाशक्ती से किये जाये। अन्यथा उनके सफल होने की सम्भावना मात्र उतनी ही हैं, जितनी सकारत्मक्ता आपकी सोच मे हैं।🙏🙏🙏 ©आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #mereprashnmerisoch