यंत्र, तंत्र और मंत्र
तीनो ही एक दुसरे से जुडे हुए है। तीनो को साथ लेकर ही, किसी ऊर्जा को जाग्रत किया जाता है।
जैसे की-
मंत्र- अर्थात् वह वाक्य जिनसे ऊर्जा का आवाहन, पूजन किया जाता है।
यंत्र- अर्थात् वह घेरा य वह वस्तु जिसपर ऊर्जा को स्थान दिया जाता है। पूजन मे बनने वाले मण्डल व स्थापित कलश भी यंत्र की श्रेणी मे ही आते है।
तंत्र- अर्थात् किसी ऊर्जा के आवाहन से लेकर, पूजन , अर्चन तक की पूर्ण प्रकिया तंत्र ही कहलाती है।
हा यह जरूर कह सकते है , की सात्विक पूजा पध्दति वैदिक तंत्र कहलाएगी। #SunSet#विचार
प्रेम एक पवित्र एहसास हैं, जो सीधे तौर पर भावनाओ और समर्पण से जुडा होता हैं।
और जब यह प्रेम किसी के जीवन मे दस्तक देता हैं,तो स्वतः उसे बदल ही देता हैं।
प्रेम मे व्यक्ति को कभी खुद का होश नही रहता। उसकी हर बात , हर चीज, हर खुशी की शुरुवात और वजह उसका प्रेम ही हो जाता हैं। शायद इसलिये प्रेम को सबसे अमुल्य बोला गया हैं।
मेरा जीवन चल रहा था, पर उसमे सदैव प्रेम की कमी थी। पर अब ऐसा लगता हैं, मेरा जीवन प्रेम के अधीन हो चुका हैं।
हां जी सच कह रहा हूं।
अब मेरा कही मन ही नही लगता। हर पल, हर जगह बस उ #शायरी#kuchaisehi#ayushpancholi#hindimerijaan#myloveharshita
आयुष पंचोली
हां जी
इश्क ही तो हुआ हैं हमे तुमसे,
हां वही वाला जो खुद से ज्यादा तुम्हारी फ़िक्र मे, हर पल शब्दो मे हमारे, हर जगह हर बातो मे हमारी , सिर्फ एहसास आपका ही कराता हैं....❤
सच कहुँ , अब आपके बिना एक पल भी जीया नही जाता हैं...❤
जानता हूं बस कुछ ही दिन बचे हैं, फिर हमारा हर एक पल एक दुसरे के साथ ही गुजरेगा।
पर ये कुछ दिन ही बेचेनियाँ बहुत बड़ा रहे हैं।
हम खोते जा रहे हैं खुद को, और आपके होते जा रहे हैं।❤ #शायरी#kuchaisehi#ayushpancholi#hindimerijaan
आयुष पंचोली
मेरी इस बेजान सी,
उदासी के साथ बड़ती जिन्दगी मे,
एक मुस्कान बनके आई हो तुम....!!!
पता नही यह सपना हैं या हकीकत,
पर मेरी जान मेरी रूह की परछाई हो तुम....!!!
मैं जीना चाहता हूँ,
मेरे हर सपनो को तेरे सपनो के साथ जोड़, #कविता#MorningTea