हजारों ख्वाहिशो में एक और ख्वाहिश बांकी है अभी तो अपनी एकता की नुमाइश बांकी है एक दीया जलाने से क़यामत नही आजायेगी और अपनी एकता की मिसालें दी जाएंगी। #5 अप्रैल #9 बजे #9 मिनट #दीये #5अप्रैल #9बजे #9मिनट #भाव #विचार