तुम क्यूं नाम बन कर सामने आते हो कल थे मेरा तो आज क्यूं याद आते हो रेत पर लिखे नाम कि तरह वजूद था तुम्हारा हवा के झोंके सा फिर क्यूं याद आते हो पानी के बुलबुले तो बन के बिखर ही जाते है लहर बन फिर क्यूं ख्वाबों में बह जाते हो तुम क्यूं नाम बन कर सामने आते हो! #याद #बुलबुला #झोंका #वजूद #yqbabaquotes #yqdidi#yqlovequotes#yqquotes