अभी कुछ काम करने हैं, अभी वादे अधूरे हैं! अभी मंज़िल भी राही है, अभी रस्ते ही मेरे हैं! अभी कुछ दिन मैं अपनी शोखियों को ताक पे रख के, चला जाता हूँ सबसे दूर ऐसी राह पे चलके, के जिसपे कम ही चलते हैं वो जो कलियों के आशिक़ हैं! वो जो ग़ज़लों में अपने, हुस्न का दीदार करते हैं!! मेरा रस्ता नही है वो! मेरी तो रूह ज़ख़्मी है! मैं काँटो की कहानी ख़ून से लिखने का क़ायल हूँ!! मेरी नज़रों में अब भी घूमती हैं वो तेरी नज़रें, वो उम्मीदों भरी नज़रें, जो मुझसे कह रही थीं कुछ! जो मुझसे दर्दे दिल के वास्ते मरहम की तालिब थीं!! के कैसे इन नज़ारों में बहारों में मैं खो जाऊँ! तेरी उम्मीदों के दरिया में मैंने ग़र्क कर दी है वो खिलते फूल की शोखी, बड़ी प्यारी थी मुझको जो!! मेरा रस्ता नही है वो! मैं काँटो की कहानी ख़ून से लिखने का क़ायल हूँ!! #mylastb4IAS #CUinDPF #WRITE2INSPIRE #LIVE2LEAD #DPF #DUA4MEINCOMMENTS 😇