कि भ्रम से निकलकर फिर से इस भ्रम में फँसना चाहूँ, आकर कोई मर्ज़ी को मेरी कुछ मुझसे समझना चाहे, ऐसी राहें ऐसा मंज़र इस दिल से बनाना चाहूँ... नमस्ते, प्रिय लेखको। क्या लिखना चाहते हैं! #लिखनाचाहूँ #collab करें #yqdidi के साथ। ... हिंदी साहित्य प्रेमियों के लिए हमारा विनम्र प्रयास YQ Sahitya जहाँ आप हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित लेखकों की उत्कृष्ट रचनाएँ पढ़ सकते हैं। #YourQuoteAndMine