मैं सत्ता के साथ नही, उसके समानांतर रहता चाहता हूं, विरोधी नही प्रश्नकर्ता मैं तो सवालात करूँगा, जहाँ मुझे लगेगा कि गलत हो रहा है तो मैं सवाल खड़े करूँगा. चाहे सरकार किसी की भी क्यों न हो, और हाँ मैं भाजपा की नीतियों का समर्थन कर उसकी कार्य मे संलिप्त होता हूं. लेकिन ऐसा नही मैं भाजपा का गुलाम हूं वो गलत नीतियों का प्रदर्शन करेगी तो मैं चुप नही रहूंगा मैं उसपे भी सवाल खड़े करूँगा. चूंकि मैं एक जागरूक नागरिक हूं.