"ये लाल रंग नही कोई, तेरा आने वाला वंश है" "ये लाल रंग नही कोई, तेरा आने वाला ही वंश है" है इसके दर्द का अंदाज़ा केवल बेटियों को ही, पर आज मैं तो औरो को भी बताना चाहती हूँ। सुन लज्जा से झुक जाती है मस्तक बेटियों के, पर आज उस पर लिखकर दिखाना चाहती हूँ।। है ये कोई अपयश नही, ये तो नेह मासिक धर्म है।