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मेरी ये चाय बिल्कुल तुम्हारे जैसी है कभी कड़वा तो

मेरी ये चाय
बिल्कुल तुम्हारे जैसी है
कभी कड़वा
तो कभी मीठा होने का अहसास दिलाती है
जैसे महकते हो तुम चाकलेट से
तुलसी और अदरक से ये भी महक जाती है 
मेरी ये चाय
बिल्कुल तुम्हारे जैसी है
गुस्सा होने पे जैसे ड़ांटते हो तुम
ये भी गरम होने पर हाथ जला जाती है
जैसे खिल जाता हुं तुमसे बात करने से
ये भी मेरी सारी थकान मिटा जाती है
मेरी ये चाय
बिल्कुल तुम्हारे जैसी है
तुम्हारी आवाज सुबह जैसे मुझे उठाती है
ये भी सुबह मेरी नींद दुर भगाती है
जैसे रहते हो तुम मेरे दिल में
ये भी मेरे दिल के बहुत करीब रहती है 
मेरी ये चाय
बिल्कुल तुम्हारे जैसी है

©Deep Sharma
  #you_and_me 
#love #life

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deepsharma7857

Deep Sharma

Silver Star
Growing Creator

#you_and_me love life #2k23 #Kirandeep #Poetry

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