तेरी बातों पे मरते हैं ज़ुबाँ शमशीर न कर, दिल घायल है मेरा निगाहें तीर न कर, हुस्न को अपनी मेरी जीस्त में घुल जाने दे, ज़ुल्फ़ बिखरा दे तू बाँध के ज़ंजीर न कर।— % & मोहब्बत का मेरी तू कुछ तो ख़्याल किया कर, माना के तू हुस्न वाली पर हम भी दिलवाले हैं। #hindiquotes #मोहब्बत #nazarbiswas #ज़ुल्फ़ज़ंजीरनकर