"मैने कहा चाँद से, सूरज में चमक तुमसे ज्यादा है, पर कविताओं मे तुम्हारा हीं रूप झलकता है, क्या सच में तुम्हारे चेहरे का दाग ऐसा है कि, सूरज की चमक को फीका कर दे, तो तू ही बता तुमपर ये दाग कैसे सजते हैं? जबकि मैने देखा है, खुबसूरती के महफिल में जो चेहरे बेदाग हैं, वही दुल्हन बनकर सजते हैं।" -Chandan Kumar Anujaya #nojoto #kalakaksh #nojotoHindi