हम बात रखने का हुनर रखते है आप तो छुपाके खंजर रखते है कांटे जितने भी राह में बिछांओ पाँव में फुलोंका मंजर रखते है क्या पता कल का, गले मिल लो दोस्त दिल जानसे सबकी कदर रखते है लगावो तुम प्यार से गोते यूंही दिलों में गहरे समंदर रखते है तुम कितना भी जाओ पार नजरके हम भी तो बाज़ की नजर रखते है वसुंधरा जाधव ©Vasundhara Jadhav #हुनर##वसुंधरा जाधव#