#सुनिएगा मेरी प्रेम की भाषा मे तुम अटक जाओगे मैं तुमसे करती हूं अनंत प्रेम तुम शून्य में ही सिमट जाओगे मेरे प्रेम का क्या तुम मोल लगाओगे? मैं तुम्हारे प्रेम में पत्थर बन सकती हूं नदिया बन बह सकती हूं लेकिन तुम... अगर आया जरा सा झोंका भी तुम तो आसमान में पंछियों की तरह उड़ जाओगे मेरे प्रेम का तुम मोल नहीं लगा पाओगे, मेरे प्रेम की अलग ही परिभाषा है जहां महत्त्व सिर्फ सच्चे एहसासों का और अर्थहीन सब भाषा है तुम्हारे नाम का हर हर्फ भी मुझे लगता प्यारा है मेरा प्रेम सिर्फ तुम्हारा है...... #स्नेहा #सुनिएगा