**** जल रहा स्वर्ग**** कभी पुलवामा कभी ऊरी तो कभी कारगिल दुहराया जाता है, मानवता को कर शर्मसार हर बार आतंकवाद फैलाया जाता है। मैं हुं चीख उस भारत की जो अपना ताज बचाना चाहता हूं, इस धरती पर जो स्वर्ग था उसे वापस स्वर्ग बनाना चाहता हूं। जल कर खाक हुई धरती को मर्हम लगाना चाहता हूं, एक कदम भाईचारे का मैं भी आजमाना चाहता हूं। दंगे फसादों, खुन खराबों के बीच एक बिज लगाना चाहता हूं, इस धरती पर जो स्वर्ग था उसे वापस स्वर्ग बनाना चाहता हूं।।... #NojotoQuote #too_much_to_say but with time..