आज याद आयी यारों की .... चमकते टिमटिमाते सितारों की, बातों की ठहाकों की, पिटने के बाद रोने के उन नज़ारों की ... आज याद आयी यारों की .... आज अकेले में तन्हा थे जब मेले में उन खुशियों की बहारो की ... आज याद आयी यारों की .... हँसते मुस्कुराते ख्वाबों में बचपन की उन किताबों में कौवे की कहानी और colouring गुब्बारों की आज याद आयी यारों की .... Interval और छुट्टी की घंटियों की ... प्रेमलता मैडम की डंडियों की ... शिशुमंदिर के सभी आचार्य जिओं की और उनके दिए हुए विचारों की आज याद आयी यारों की .... (full poem read in caption) for all my besties.... friends ,class mates....coaching mates....#shishu mandir#suvti devi# dhanuka # IOP # cpt # IPcc #ca final friends.... Missing school days ... coaching days.... please read full... आज याद आयी यारों की .... चमकते टिमटिमाते सितारों की, बातों की ठहाकों की, पिटने के बाद रोने के उन नज़ारों की ...