तारीफें सुनकर खुद को आज होश आया, कभी कामयाबियाँ थी,कभी नाकामयाबियाँ, चलो इसी बहाने संघर्ष का वो दिन तो याद आया, कभी गीत सुनकर, कभी बाते सुनकर गुज़रे थे दिन मेरे, कभी तनहा कभी खुशियाँ कभी रूठे से थे दिन मेरे, चलो इसी बहाने वो चेहरा तो पुराना याद आया। #feather #taarife #kalam #yaade