क्या बतलाऊं तुमको मैं बहना, मां के आंचल सा छाया है तू, मेरी बहन तुझमें है मेरा प्राण समाया, बस मेरी काया है तू।। अनजानी बन बेगानी दुनियां में, जब ना कोई होता सहारा मेरा, बहन तूने तो मां बन, कभी दोस्त बन, हर फ़र्ज़ निभाया है तू।। OPEN FOR COLLAB ✓challenge by ias guideline Ias guideline में आपका स्वागत है🙏 ✨हमेशा रचनात्मक और अधिक लिखने की कोशिश करें