वादा सच्चा है कि झूटा मुझे मालूम न था कल बदल जाएगी दुनिया मुझे मालूम न था इश्क़ वो शय है कि चरके भी मज़ा देते हैं वर्ना क़ातिल हैं हसीं क्या मुझे मालूम न था दिल की ज़िद इस लिए रख ली थी कि आ जाए क़रार कल ये कुछ और कहेगा मुझे मालूम न था जितने क़िस्मत के सहारे थे वो झूटे निकले है बंधी मुट्ठियों में क्या मुझे मालूम न था बरसों भटका किया और फिर भी न उन तक पहुँचा घर तो मालूम था रस्ता मुझे मालूम न था राज़-ए-ग़म फ़ाश न हो इस लिए रोकी थी ज़बाँ चुप भी रह कर यही होगा मुझे मालूम न था इश्क़-आबाद के नाके ही से रुख़्सत हुए होश है ये दीवानों की दुनिया मुझे मालूम न था दास्तान हाँ भी हसीनों की नहीं होती है इन की हर बात है धोका मुझे मालूम न था...!! वादा सच्चा है कि झूटा मुझे मालूम न था कल बदल जाएगी दुनिया मुझे मालूम न था इश्क़ वो शय है कि चरके भी मज़ा देते हैं वर्ना क़ातिल हैं हसीं क्या मुझे मालूम न था दिल की ज़िद इस लिए रख ली थी कि आ जाए क़रार कल ये कुछ और कहेगा मुझे मालूम न था जितने क़िस्मत के सहारे थे वो झूटे निकले है बंधी मुट्ठियों में क्या मुझे मालूम न था