घर केवल दीवारों से नहीं बनते। अक्सर महल ही वीरान है रहते। छोटे घर के अपने ही जज्बात हैं। आपसी समझ हो तो फिर क्या बात है। Few lines from my poem "jeevan ek safar". To read full poem please visit my official page https://www.medium.com/an-engineer-poet #home #poor #family #nojoto #NojotoHindi #kavishala #imsatya #love #life #original