जिंदगी भर मैं भूल करता रहा जानते हुए सब कुछ फिर भी चुप रहा.. हवाओ के माफिक तुम बहती रही दरखतो की तरह मैं खड़ा रहा.. तुम परखते रहे हमे हम समझते रहे तुम्हे.. हुआ कुछ यूं फिर एक दफा तुम हो चुकी थी बेवफा.. सलीका इश्क का तुम्हे समझ नही आया मिजाज तुम्हारा बदल ही नही पाया.. ©Varun Verma #lonely #love #fakepersonlovegirl #fakegirl #fakelove