अजी सुनिए! महफ़िल में तो हम हंसी सजाये रखे है , अजी सुनिए!महफ़िल..... ये सच नही है साहब !दिल मे हमने भी सैकड़ों गम छिपाये रखे है.. -आशीष कुमार "आशी" #गुमसुदा