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कशमकश में आज फ़िर हम हैं, दोस्त आज भी नहीं कोई, और

कशमकश में आज फ़िर हम हैं,
दोस्त आज भी नहीं कोई,
और
हर कोई दुश्मन सा लग रहा हैं,
मुस्कुराए हुए एक अर्सा हुआ,
आँखों का दरियां अब भी ख़ामोश सा हैं,
बर्फ़ से घिरा है ये शहर,
फ़िर भी मेरे अंदर कहीं कोई तूफ़ान उठ रहा हैं,

©Anushka Sharma #loyalty #confused #कशमकश 
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