कुछ तो अलग करना चाहता हूँ, न जीना चाहता हूँ, न मरना चाहता हूँ *बस तेरे साथ रहना चाहता हूँ*💑 मैं सुनना चाहता हूँ इन कानों मै तेरी ही आवाज 📞 मैं पढ़ना चाहता हूँ इस मोबाइल पे तेरे ही जज्बात 📃 *तुझ से लिपट के बहुत रोना चाहता हूँ*👨🏻🧑 मैं चाहता हूँ तुम्हारी आँखों मै बस जाऊं वो भी तब, जब तुम आँखें बंद करो तुम्हारी खुली आँखों मै इन जहान वालों के साथ मुझे मेरी *परछाई* नज़र आती है जो *मेरे आप से* बहुत जुदा है मैं *अपना आप* तुम्हारे हवाले करना चाहता हूँ और अपनी *परछाई* इस जमाने के... मैं मानता हूँ मैं और मेरी परछाई एक से नहीं हैं कुछ तो अलग है परछाई और मेरे मे... और कभी कहीं किसी रोज मेरी *परछाई* मेरे *आप* से रुबरु हो गई तो तुम आकर,मुझे समेट लेना अपनी नर्म चादर पे लपेट लेना और सीढ़ी चढ़ छत के उस हिस्से मै जहाँ से तुम अक्सर उस रोड को निहारती हो 🙋 मेरा इंतजार करना.. और जो मैं तुम्हें न दिख पाऊं तो समझ लेना कि मैं अपनी *परछाई* और अपने *आप* दोनों से शर्मिंदा हूँ और मेरा फिर ये आख़िरी काम कर देना, मेरी *परछाई* को छत की उस दूधिया चाँदनी 🌃 मै छान आसमां मै कहीं उड़ा देना 🌌 और मेरे *आप* को अपने *मन* के अंदर कहीं छुपा लेना, और एक दो सदियाँ मेरा इंतजार करना और इस जनम के लिए मुझे माफ़ करना...😔 अगले जनम मै मैं फिर तुमसे मिलना चाहूंगा अन्जाम कुछ भी हो मैं फिर तुम्हीं को *मन* से चाहूँगा... #Puraniyaden....💕