औरत का सफ़र आसान नही होता उसे ना जाने कितना कुछ सहना पड़ता है हज़ारों मुश्किलों से गुजरना पड़ता है बेटी से बहू तक के बीच की दुरी तय करने के लिये ना जाने वो क्या क्या बदलती है बेटी थी तो देर से सोकर उठती थी अब बहू है सबसे पहले जगती है घड़ी के सुइयों के साथ वो भी भागती है सास ससुर के खाने से लेकर दवा का भी तो ध्यान रखती है पति के लंच बॉक्स में क्या डालना है हर रोज उसके पसंद का खाना ही देती है कपड़े प्रेस हैं ना खुद से अक्सर ये सवाल करती है घड़ी,रुमाल,पर्स ना जाने कितनी ही छोटी छोटी चीज़ें वो अकेले याद रखती है इसी भाग दौड़ में अक्सर उसकी चाय ठंडी हो जाती है फिर कौन गर्म करेगा इसको ये कहकर ठंडी चाय ही पी लेती है जो पुरे घर के पसंद नापसंद का ख्याल रखती है एक वक़्त ऐसा भी आता है जब अपनी पसंद ही भुल जाती है सबके लिये खाना बनाती है सबको खिलाती है और खुद बाद में खाती है कभी कोई अचानक घर पे आ जाए तो उसका स्वागत करने के चक्कर में अक्सर उसकी आधी रोटी थाली में ही छूट जाती है औरत का सफ़र आसान नही होता उसे ना जाने कितना कुछ सहना पड़ता है..!! Tinki #peace #Aurat😪💔 #life