एक इधर मैं हूं कि घर वालों से नाराज़गी है, एक उधर तूं है कि गैरों की बातें मानता है। मैं तुम्हें कुछ अपना समझ कर ही कुछ कहता हूं, यार तूं भी मेरी बातों का बुरा मानता है।। #shibu2021 तूं भी मेरी बातों का बुरा मानता है