हे महादेव हे महादेव सुखः अर्पण कर दो, जीने का ढ़ंग अर्पण कर दो। नीलकंठ, नटराज तुम्ही हो, बैद्यनाथ और रुद्र तुम्ही हो। हे महादेव बोध अर्पण कर दो, सम को सुकून अर्पण कर दो। योगी, बैरागी तुम हो, शांति और विनाश तुम्ही हो। हे महादेव ब्रह्मांड के लेखक, जीवन हमारी सुखमय लिख दो। योग और निरोग तुम्ही हो, हमे निरोग अंग अर्पण कर दो। हे महादेव सुखः अर्पण कर दो, जीने का ढंग अर्पण कर दो।। ✍️महेश कोपा ©Mahesh Kopa #हेमहादेव