वजह नहीं कोई अगर रिश्ते टिकते भी हैं फिर कहाँ अब!! के वजहा को मैंने ... बुनियाद, है रिश्तों का नाम दिया!! वजह मज़बूत होगी रिश्ता ... जितना, उतना ही मज़बूत होगा!! वजहा बिना ना रिश्तों का ... जो कोई अब, कभी वजूद होगा!! कहना था बस कह दिया ... ~~~ स्वरचित ~~~ वजह