फूलचन्द सूं गुरुजी ने, खूब लड़ायों लाड़ भजन ईतों लंबों, बितियां, चैत्र, आषाढ़ बॉस का स्वभाव, को,राखों थोड़ा ध्यान जनहित मं, पापी न, धक्कों देर बार खाड़ ©kavi:-Dr.Durgesh Kumar Dhakar #Light #kushalgiri