Find the Best हताशा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutहताशा अर्थ,
Dev Rishi
कुछ लोगों को पढ़ने दिया करों क्या पता वो, दिमाग से नहीं दिल से तुझे पढ़ें❣️❣️💯💯 ©Dev Rishi #हताशा #निराश
Ghumnam Gautam
White पीड़ उनींदी ग्लानि हताशा सब साथी आ बैठे जैसे बैठते हैं हार के सब कुछ हम यूँ ही आ बैठे अन्तस्-नगरी में जो आया यादों का सावन पलकों की डाली पर अश्क़ों के पंछी आ बैठे ©Ghumnam Gautam #good_night #पंछी #साथी #हताशा #ghumnamgautam
#good_night #पंछी #साथी #हताशा #ghumnamgautam
read moreDeepa Didi Prajapati
हे रब जा रही हूं तुझको छोड़कर तेरी परीक्षाएं मुझसे पार नहीं होती, तैयार रहना मुझे दिखाने के लिए, कि जो भक्त हर हाल में तेरे साथ रहे, तूने उन्हें निहाल कर दिया,जो छोड़ बैठे उन्हें कंगाल कर दिया। यदि मेरा प्रेम सच्चा रहा होगा तो तू भी निभाएगा फिर अपने किसी रूप में मुझको पास बुलाएगा। ©Deepa Didi Prajapati #हताशा
Amit Singhal "Aseemit"
मानव को किसी भी संकट से न हो हताशा, दूर हो विलाप, ईर्ष्या, रोग, द्वेष और निराशा। नस्लभेद, आतंकवाद का अब न हो तमाशा, जीवन को नए तरीक़े से फिर से जाए तराशा। ©Amit Singhal "Aseemit" #हताशा
अदनासा-
उन्हें देखने की आशा है जिन्हें मैंने नही देखा जिन्होंने मज़हब को तलाशा और तराशा था लेकिन मज़हब का तमाशा बनते देख रहा हूं और देखा है इंसानी हताशा में झूठी दिलासा ©अदनासा- #हिंदी #मज़हब #इंसानियत #हताशा #तलाशा #तराशा #तमाशा #Instagram #Facebook #अदनासा
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
कुछ सुबहें शाम सी नज़र आती हैं थकी हों जब आँखें आस भी थक जाती है ©Neha M sharma 'Nirjhara' #शाम #सुबह#हताशा #निराशा #उलझन
Ashish Mishra
उस पंछी की आखों में आँसू थे आज, जिस पंछी की आंखों में खुशियां थी कभी। उस पंछी की आखों में हताशा थी आज, जिस पंछी की आंखों में हौसला था कभी। उस पंछी की आंखों में अपनों से दूर होने का दर्द था आज, जिस पंछी की आंखों में अपनों के साथ होने की खुशियां थी कभी। उस पंछी की आंखों में कुछ अधूरे ख्वाब था आज, जिन ख्वाबों के लिए जिसने कई सपने संजोए थे कभी। #पंछी#हताशा
Death_Lover
न ही वो ढल रहा था न ही वो निकल रहा था था अंदर-ही-अंदर वो दबा हुआ, जो अंदर-ही-अंदर सम्भल रहा था न थी कोई व्यथा, न थी कोई चिंता न वक़्त के साथ उसको कुछ सता रहा था थी फंसी हुई हर शाम उसकी किसी आशियाने के लिए, न जाने फिर भी "हिमांश" क्यों अब किसी से न घबरा रहा था॥ न ही वो ढल रहा था, न ही वो निकल रहा था… (मेरे राम) ©Himanshu Tomar #ढलना #निकलना #हताशा #जीवन #मेरे_राम #समझ #sunrays
Abhishek Yadav
तुमने साथ निभाने की जगह,,, रुलाने का शौक पाल रखा है,,, हसाने की जगह हमें,,सताने का मन बना रखा है।।।। ©Abhishek Yadav #हताशा