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Rishu
भय बाधा है, अनंत सुख में,शांति की,परमानंद की प्राप्ति में, भय बाधा है,अपने मूलसत्य को स्वीकार कर विचरण करने में, भय बाधा है, स्वतंत्र हो परिवर्तन धारा में सहज प्रवाहित होने में, भय बाधा है,चिंतामुक्त हो,निरंतर परमात्म चिंतन करने में, भय बाधा है,मृत प्रायः आत्मा को पुनः जीवंत करने की प्रकिया में, भय बाधा है,नश्वर के त्याग में और अंतहीन आलिंगन करने में, भय बाधा है,नवनिर्माण में,स्वपरिवर्तन में,आशीर्वाद प्राप्ति में, भय बाधा है,नवीनता की स्वीकार्यता,प्रदीप्त अंतर अग्न करने में, निर्भय भव:🤚 #yqbaba #yqdidi #निर्भय #भयभीत #भय_बाधा_है
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read moreHarsh Khanna
अक्सर जो बाहर से खुद को कठोर दर्शाते हैं, छुप कर आँसु बहाना जानते है, डरते वो अपने दुश्मनों के वार से नहीं, बल्कि अपने दिल मे बसे अपनो को खोने के डर से, पल पल भयभीत होकर इधर उधर भागते है। #yqbaba#yqdidi#डर#भयभीत#भागते
Anil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 8 ।।श्री हरिः।। 4 – कर्म 'कुछ कर्मों के करने से पुण्य होता है, और कुछ के न करने से। कुछ कर्मों के करने से पाप होता है और कुछ के न करने से।' धर्मराज अपने अनुचरों को समझा रहे थे। 'कर्म संस्कार का रूप धारण करके फलोत्पादन करते हैं। संस्कार होता है आसक्ति से और आसक्ति क्रिया एवं क्रियात्याग, दोनों में होती है। यदि आसक्ति न हो तो संस्कार न बनेंगे। अनासक्त भाव से किया हुआ कर्म या कर्मत्याग, न पुण्य का कारण होता है और न पाप का।' बड़ी विकट समस्या थी। कर्म के निर्ण
read moreBambhu Kumar (बम्भू)
1. आइए महसूस करिए ज़िन्दगी के ताप को मैं चमारों की गली तक ले चलूँगा आपको जिस गली में भुखमरी की यातना से ऊब कर मर गई फुलिया बिचारी एक कुएँ में डूब कर है सधी सिर पर बिनौली कंडियों की टोकरी आ रही है सामने से हरखुआ की छोकरी चल रही है छंद के आयाम को देती दिशा मैं इसे कहता हूं सरजूपार की मोनालिसा कैसी यह भयभीत है हिरनी-सी घबराई हुई लग रही जैसे कली बेला की कुम्हलाई हुई कल को यह वाचाल थी पर आज कैसी मौन है जानते हो इसकी ख़ामोशी का कारण कौन है... आइए #महसूस करिए ज़िन्दगी के ताप को मैं चमारों की गली तक ले चलूँगा आपको जिस गली में #भुखमरी की यातना से ऊब कर मर गई #फुलिया बिचारी एक कुएँ में डूब कर है सधी सिर पर बिनौली कंडियों की टोकरी आ रही है सामने से हरखुआ की छोकरी
Bambhu Kumar (बम्भू)
चल रही है छंद के आयाम को देती दिशा मैं इसे कहता हूं सरजूपार की मोनालिसा कैसी यह भयभीत है हिरनी-सी घबराई हुई लग रही जैसे कली बेला की कुम्हलाई हुई चल रही है #छंद के #आयाम को देती #दिशा मैं इसे कहता हूं #सरजूपार की #मोनालिसा कैसी यह #भयभीत है #हिरनी-सी #घबराई हुई लग रही जैसे #कली #बेला की #कुम्हलाई हुई
pearls of shayari
ज़िंदगी का गीत ओ मेरे मन-मीत सुनो! मेरी जिंदगी का गीत सुनो।। हवाओं में भेजी मेरी प्रीत सुनो। तुम बन चुके हो मेरी रीत सुनो।। मौत से नहीं मैं भयभीत सुनो। जिंदगी हार दूँ, तुम हो मेरी जीत सुनो।। ओ मेरे मन-मीत सुनो! मेरी जिंदगी का गीत सुनो।। #जिंदगी #गीत #जिंदगीकागीत #प्रीत #मनमीत #रीत #भयभीत #जीत
Parul Sharma
भीड़ भीड़ जब किसी विन्यास में व्यवस्थित हो जाती हैं तो एक श्रृंखला बन जाती है। श्रृंखला आकृति की श्रृंखला शब्दों की श्रृंखला रिश्तों की श्रृंखला आंदोलनों की जो दिशात्मक है, सृजनात्मक है। पर इसके लिए एकीकृत होना होगा किसी निमित्त के निबद्ध होना होगा इसका मतलब ये नहीं कि तुम परतंत्र हो गये या फिर भीड़ में खो गये। भीड़ में खो जाने से भयभीत न हो! क्यूँ कि रह किसी का अपना- अपना व्यक्तित्व है अस्तित्व है । इसलिए हरेक खुद में पृथक है और सशक्त है । तो भीड़ का हिस्सा बनो, खुद व्यवस्थित हो इसे व्यवस्थित करो। पारुल शर्मा #भीड़ जब किसी #विन्यास में व्यवस्थित हो जाती हैं तो एक #श्रृंखला बन जाती है। श्रृंखला #आकृति की श्रृंखला #शब्दों की श्रृंखला रिश्तों की श्रृंखला आंदोलनों की जो #दिशात्मक है, #सृजनात्मक है। पर इसके लिए #एकीकृत होना होगा
Atul Sharma
*"सुविचार"* *"Date-9/6/19"* *"Day-Sunday"* हम मैं से ऐसे कितने है ? जो "भय" से "भयभीत" होते हैं, कोई भी "बड़ा" "कार्य" करने से पूर्व थोड़े "असंतुलित" होते हैं, लगभग "सभी"... है ना... प्रत्येक "व्यक्ति" के "मन" में यह "भय" जागता है, और इसका "अर्थ" मेरे "विचार" से यह है, कि यह "भय", यह "भाव" बुरा नहीं है, क्योंकि यदि यह भाव "बुरा" होता तो क्या "ईश्वर" इस "भाव" को सभी "प्राणियों" में देते "भय"...यह "भाव" हमारे लिए "अच्छा" है, "आवश्यक" है स्मरण रखिए... कोई भी "कार्य" करने से "पूर्व" यदि "मन" में "भय" उत्पन्न हो जाए... तो इसका अर्थ है कि उस "कार्य" को करने में अनेकों "संकटों" का सामना हमें करना होगा, इन "संकटों" का सामना करने के लिए हमें "साहसी" बनना होगा, बस इतनी सरल सी बात... "मन" में "साहस" जगा कर चलिए इस "भय की यात्रा" पर, क्योंकि यह "भय" ही है, जो आपको आपके "लक्ष्य" को पाने की "प्रेरणा" देगा आपको "शक्ति" देगा, तो इस "भय" "भयभीत" मत होइए, इस "भय" को साधिए... Bý-Åťüľ Şhãřmå 🖊️🖋️✨✨ *"सुविचार"* *"Date-9/6/19"* *"Day-Sunday"*
*"सुविचार"* *"Date-9/6/19"* *"Day-Sunday"*
read moreHaleema Ali
हलीमा✍ मेरी खेलन🎈े की उम्र में दाग ना लगा जाए कोई #हैवान,,,,😈 scared Childhood⚽👶 #भयभीत #बचपन🎈
scared Childhood⚽👶 #भयभीत बचपन🎈
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