Find the Best बाबुल Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutबाबुल की गलियां फिल्म का गाना, बाबुल की दुआ जाए, बाबुल की गलियां गाना, बाबुल की गलियां, छूटे ना बाबुल का अंगना,
Ravina Thakur
याद आता है मां बाबा का प्यार, इनसे ही तो जुड़ा था मेरा भरा पूरा संसार, विदा कर दिया अपने आंगन से जहां मैंने अपना बचपन था गुज़ारा, नए बंधनों को निभाने चली मैं छोड़कर मेरे अपनों को बेसहारा, बाबा ने उंगली पकड़कर था चलना सिखाया, आज उन्हीं हाथों से डोली में बिठाकर कर दिया पराया, मां अब मैं अपने मन की व्यथा किसे सुनाऊंगी, क्या कोई मुझे समझेगा वहां जो मैं कहना चाहूंगी? ©Ravina Thakur #बाबुल
Pankaj Singh Chawla
तू दौलत मेरी, तू जहां मेरा, मेरे दिल दी रानी मेरी बिटियां, लाडा नाल पाला जिसनु, पल विच उड़ जौना ए, चिड़िया वांग सवेरे आउना शाम नु चले जौना ए, बाबुल दे दिल दा टुकड़ा दूर हो जौना ए, तू पगड़ी दी शान ए मेरी, तेरी सिफ़ता ही सुणा हरपल, वधाया तू मान बाबुल अपने दा, तू दौलत मेरी, तू जहां मेरा।। #दौलत #जहां #बाबुल #yqbaba #yqdidi #yqpowrimo #yqbhaji #pchawla16
#दौलत #जहां #बाबुल #yqbaba #yqdidi #yqpowrimo #yqbhaji #pchawla16
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तुर जाणगी धीयां इक दिन चिड़ियां वाँग, रौनक घर दिया लगियां जिन्हा दे नाल, बाबुल दी लाडली धीयां तुर जाणगी इक दिन चिड़ियां वांग।। आ जावी नी धीये मिलन ली तेरे बाबुल दा बुआ हर वेले खुला वा, जदो तक बैठा तेरा बाबुल तू कदे संघी ना।। तुर जा - चले जाना आ जावी - आ जाना वांग - उसकी तरह धीयां - बेटी बाबुल - पिता बुआ - दरवाजा संघी - शर्माना
तुर जा - चले जाना आ जावी - आ जाना वांग - उसकी तरह धीयां - बेटी बाबुल - पिता बुआ - दरवाजा संघी - शर्माना
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डोली जाण लगे जदों जों फुलियां दी रीत आई, वे वीरे वे बाबुला भर ले झोलियाँ, तेरी धी-रानी हूण आपने घर चली, तेनु दे के दुआवा तेरे घर भरया रहे, मेरे जाण तो कोई कमी न आवे, हर काम विच तू वाधे पाएं, भर ले झोलियाँ तेरी धी-रानी हूण आपने घर चली।। हर रीत दा अपना कोई महत्व हुँदा है, इहो जी एक रीत है डोली जान वेले जों फलियां कूड़ी अपने पीछे सूट के जांदी है, कूड़ी द बाबुल ते उसदे वीर झोलियाँ खड़े हुंदे ने ईसदा मतलब है कूड़ी नु लष्मी द रूप मंदे ने ते कूड़ी बाबुल दे घर तो विदा हो रही है ते अपने पीया दे घर जा रही है, उसके बाबुल का घर भी हरा-भरा रहे कोई कमी न आये उसके लिए वो दुआओ में हीरे मोतियों के रूप में जों फुलियो से अपने बाबुल ओर वीर दी झोलियाँ भर जाती है।। कूड़ी- लड़की धी-रानी - बेटी
हर रीत दा अपना कोई महत्व हुँदा है, इहो जी एक रीत है डोली जान वेले जों फलियां कूड़ी अपने पीछे सूट के जांदी है, कूड़ी द बाबुल ते उसदे वीर झोलियाँ खड़े हुंदे ने ईसदा मतलब है कूड़ी नु लष्मी द रूप मंदे ने ते कूड़ी बाबुल दे घर तो विदा हो रही है ते अपने पीया दे घर जा रही है, उसके बाबुल का घर भी हरा-भरा रहे कोई कमी न आये उसके लिए वो दुआओ में हीरे मोतियों के रूप में जों फुलियो से अपने बाबुल ओर वीर दी झोलियाँ भर जाती है।। कूड़ी- लड़की धी-रानी - बेटी
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बाबुला भी किसी बात से अंजान नही होता, फर्क सिर्फ इतना होता है, वो दिल की बात उजागर नही करता।। #बाबुल #Collaboration with Twinkle Sharma and Ihsaar Kapoor #yqbaba #yqdidi #kishu
#बाबुल #Collaboration with Twinkle Sharma and Ihsaar Kapoor #yqbaba #yqdidi #kishu
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धीये मेरिये मेरे दिल दा टुकड़ा, आज चली होण पराई, बाबुल अपने नु भूल न जाई, जिन्ने तेंनु लाड लड़ाई, आज तेरे विदा होण दी घड़ी आई, मेरी आँख हंजूआ नाल भर आई, ख़ुशी ख़ुशी जा नी मेरी धीये रानिये, बाबुल तेरा देंदा दुआवां ए।। #बाबुल #Punjabi #yqbaba #yqdidi #yqpaaji
Pankaj Singh Chawla
बाबुला रब ने एह केहो जी रीत बनाई, बेटी क्यों हुंदी है प्यारी, बाबुल नाल मोह पाके इना लाड लड़ा के, इक पल विच करता पराई, बाबुला रब ने एह केहो जी रीत बनाई, धीये रानिये एह रीत सदियां तो चली आई, रब ने वी एह रीत निभाई, पा के प्यार धी नाल गुढ़ा, हुन विदा करन दी रुत आई।। #बाबुल #punjabi #yqbaba #yqdidi #yqpaaji
Rakhi Om
बाबुल बाबुल की गलियां छोड़े कही अरसा होगा जैसे कल की बात हो कल ही विदाई हुई हो आज भी बाबुल कहते हुए जी घबराता है कल तक घर था आज मायका होगया कल तक सब अपने थे आज दूर के रिश्तेदार होगा अब तो गलियां भी नही पहचानती अब तो सब धुंधला धुंधला हो रहा अपना घर अब मायका हो गया बाबुल भी अब पराया हो रहा है Rakhiom ©Rakhi Gupta #बाबुल#006#हिंदी
Seema Katoch
हरी हरी दूब दूब घास हूं मैं तेरी बगिया की हरी हरी, नरम नरम फूल नहीं हूं मैं जो हल्के स्पर्श से बिखर जाऊंगी लड़ना आता है मुझे हर मौसम से संबल हूं मैं परिवार का सजाई तो नहीं जाती पर हां पूजनीय हूं सदा... दूब घास हूं मैं तेरी बगिया की हरी हरी, नरम नरम फूल नहीं हूं मैं जो हल्के स्पर्श से बिखर जाऊंगी लड़ना आता है
दूब घास हूं मैं तेरी बगिया की हरी हरी, नरम नरम फूल नहीं हूं मैं जो हल्के स्पर्श से बिखर जाऊंगी लड़ना आता है
read moreAnamika
संस्कारों की चादर ओढ़, ससुराल से धागा जोड़ आई शौक़ गठरी में बांध,बाबुल के आंचल में छोड़ आई. #ससुराल #मायका #बाबुल तेरी आंचल की एक नन्ही चिड़िया हूं,रात भर का मेला है,सवेरे उड़ जाना है #बाबुल_का_घर #yqdeeplove #tulikagarg
#ससुराल #मायका #बाबुल तेरी आंचल की एक नन्ही चिड़िया हूं,रात भर का मेला है,सवेरे उड़ जाना है #बाबुल_का_घर #yqdeeplove #TulikaGarg
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