Find the Best दोषी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutदोषी meaning in hindi, दोषी ka english, दोषी इन english, दोषी मीनिंग इन हिंदी, दोषी इन हिंदी,
Krishna Kumar
#जंतर_मंतर धरना माही, #पहलवान हक र खातिर रोव छः क्यूं #भारत न मेडल दिलाया, बाक़ी आत्मा कहव छः मूंद राखी #सरकार आंख्या #बांत्ता बांकी सुण कोणी होगी# F.i.R. जणा क्यूं #दोषी न पकड़ कोणी होग्यो घणों #अपमान बांको अब तो #हक। मिलणों चाव: मां भारती रा #लाल बे क्यूं प्रशासन री #लाठ्या खाव: #राजनीति री रोट्या मात: #बेट्या देस री रोव: छ: क्यूं भारत न #मेडल दिलाया बांकि #आत्मा कहव छ: कृष्ण कुमार ©Krishna Kumar #shraddha #rajasthanipoim
kumaarkikalamse
मजबूरी थी उसकी, या फिर मजबूर उसे किया था, आज बेटे ने, माँ को वृद्धाश्रम के हवाले किया था। कौन दोषी है इसका? है कौन कसूरवार.. एक और संजीदा विषय पर एक छोटा सा she'r आप सब की नज़र.. प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा.. #old_age #दोषी #वृद्ध
Anvesh Mishra Mukul
किसी भी घटना के लिए खुद को दोष न दें क्योंकि ऐसा करने से आप खुद को अंदर से खोखला कर लेंगे और जब तक आपको पता चलेगा तब तक बहुत देर हो चुकी होगी। Never blame yourself for any incident because by doing this you will hollow yourself from inside and by the time you come to know, it is too late. #guilt #दोषी
Deepika Mishra
जब चारों तरफ़ से ऊँगलियाँ तेरे #अस्तित्व पर उठने लगे... और तू उन #आरोपों के बोझ तले दबने लगे... तो उनकी नहीं अपनी भीतर की #आवाज़ को सुन.... अपनी #हिम्मत को बाँधे रख..... क्यूँकि गर जो तू टूट गया तो तेरे अंदर का सब कुछ बिखर जाएंगा.... जो #अपराध है भी नहीं तेरे, उनके लिए तू #बेवज़ह खुद को #दोषी ठहराएंगा। ~~दीपिकामिश्रा
read moreDeepika Mishra
#5LinePoetry जब चारों तरफ़ से ऊँगलियाँ तेरे #अस्तित्व पर उठने लगे... और तू उन #आरोपों के बोझ तले दबने लगे... तो उनकी नहीं अपनी भीतर की #आवाज़ को सुन.... क्यूँकि गर जो तू टूट गया तो तेरे अंदर का सब कुछ बिखर जाएंगा.... और जो #अपराध है भी नहीं तेरे, उनके लिए तू #बेवज़ह खुद को #दोषी ठहराएंगा। ~~दीपिकामिश्रा ©Deepika Mishra जब चारों तरफ़ से ऊँगलियाँ तेरे #अस्तित्व पर उठने लगे... और तू उन #आरोपों के बोझ तले दबने लगे... तो उनकी नहीं अपनी भीतर की #आवाज़ को सुन.... अपनी #हिम्मत को बाँधे रख..... क्यूँकि गर जो तू टूट गया तो तेरे अंदर का सब कुछ बिखर जाएंगा.... जो #अपराध है भी नहीं तेरे, उनके लिए तू #बेवज़ह खुद को #दोषी ठहराएंगा। ~~दीपिकामिश्रा
जब चारों तरफ़ से ऊँगलियाँ तेरे #अस्तित्व पर उठने लगे... और तू उन #आरोपों के बोझ तले दबने लगे... तो उनकी नहीं अपनी भीतर की #आवाज़ को सुन.... अपनी #हिम्मत को बाँधे रख..... क्यूँकि गर जो तू टूट गया तो तेरे अंदर का सब कुछ बिखर जाएंगा.... जो #अपराध है भी नहीं तेरे, उनके लिए तू #बेवज़ह खुद को #दोषी ठहराएंगा। ~~दीपिकामिश्रा
read more