Find the Best खाये Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutआँखों के लिए क्या खाये, जलोदर में क्या खाये, मलेरिया में क्या खाये, च्यवनप्राश को कैसे खाये, ना खाये,
GuptA Aman
#_हमने खाना इसलिए फेंका क्योंकि भूख नहीं थी, और गरीब बच्चा इसलिए भूखा सो गया क्योंकि खाना नही था..!! 😢😢😢 और गरीब बच्चा इसलिए भूखा सो गया क्योंकि खाना नही था..!!😢😢😢 #भूखा 😖 #बच्चा 😖 #बिन 😖 #खाये 😖 #सोया 😖 #गया 😖
Author Sanjay Kaushik (YouTuber)
जय जवान, जय किसान एक खुदा सरहद पर बैठा नज़र दुश्मन की ओर गढ़ाये दूजा पसीना बहा बहा कर भूखों को है खाना खिलाये पर मोह माया के चक्कर में इंससँ ने दोनों को है दिया भूलाये एक खाये गोलियां सरहद पर दूजा खेत में फाँसी खाये नेता भूले, जनता भूली भूल गया है हर इंसान पर शास्त्री जी की आत्मा आज भी पुकार रही है " जय जवान जय किसान " .....Sanjay Kaushik #LalBahadurShastri :दो खुदा
#LalBahadurShastri :दो खुदा
read moreNavneet Nirmal
#मेरागाओं अनपढ़ मेरे गाँव का मेहनत की रोटी खाये पढ़ा लिखा सहर का मेहनत से रोटी खाये
#मेरागाओं अनपढ़ मेरे गाँव का मेहनत की रोटी खाये पढ़ा लिखा सहर का मेहनत से रोटी खाये
read moreFaizan Faiz Bijnori
ये दिल का दर्द यूं सबसे छुपाये फिर रहें हैं हम बहुत गहरी यहां पे चोट खाये फिर रहें हैं हम मिरी जानां ज़रा सी बात पे रोने लगी हो तुम इन आंखों में समन्दर को बसाये फिर रहें हैं हम जिसे दिल में बसाया उसने ही धोका दिया हमको ये सारे ज़ख्म अपनों से ही खाये फिर रहें हैं हम Satyaprem नयनसी परमार Chhaiyya Dixit Indeevar Joshi Haksh Pandey
Satyaprem नयनसी परमार Chhaiyya Dixit Indeevar Joshi Haksh Pandey
read moreAmeesa(VARSHA )
यहा हम आँख बन्द करके खमोसी की गोली खाये बैठे है। वहा अपराध किसी कि दुनिया खाये बैठे है। यहा न्याय कि गुहा लगाये बैठे है । वहा कानून तारिक की रोटी खाये बैठे है । यहा हम दर्द को समाये बैठे है । वो बस हमे तारिख पर तारिख दिलाये बैंठे है । आपराध🙊🙈🙉 आपराध## न्याय ## दर्द
आपराध🙊🙈🙉 आपराध## न्याय ## दर्द
read moreDevchandra Thakur
कभी इश्क में ठुकराए गए, कभी दोस्ती में चोट खाये है । कभी अकेले में भी रो दिये, कभी महफ़िलो में हंस के गम छुपाये है। जिंदगी के इन् पन्नो को हां हमने, कई बार दोहराये है। हर बार बेकसूर दिल ने चाहने वालो से जख्म खाये है। #Dev जख्म
जख्म
read moreरजनीश "स्वच्छंद"
क्या ख़बर।। क्या खबर तू आये न आये, क्या खबर जान जाए न जाये। गीत अपने गुनगुनाता हूँ मैं, क्या खबर तू गाये न गाये। सबकी नजरें नहीं सुहाता हूँ मैं, क्या खबर तू भाये न भाये। ख़्वाबों में तुझको लाता हूँ मैं, क्या खबर तू लाये न लाये। यादों को बादल बनाता हूँ मैं, क्या खबर तू छाये न छाये। तुझसे जुदा ग़म खाता हूं मैं, क्या खबर तू खाये न खाये। लिख खत तुझे लजाता हूँ मैं, क्या खबर तू पाये न पाये। खुद पे कहर भी ढाता हूँ मैं, क्या खबर तू ढाये न ढाये। ©रजनीश "स्वछंद" क्या ख़बर।। क्या खबर तू आये न आये, क्या खबर जान जाए न जाये। गीत अपने गुनगुनाता हूँ मैं, क्या खबर तू गाये न गाये।
क्या ख़बर।। क्या खबर तू आये न आये, क्या खबर जान जाए न जाये। गीत अपने गुनगुनाता हूँ मैं, क्या खबर तू गाये न गाये।
read moreharsh Jain
7 साल हो गए केक खाये story writter - harsh jain!author करीब सात साल पहले माँ और पिता का कार एक्सीडेंट हो जाने की वजह से बो आज इस दुनिया मे नही रहे।पर आज अपने जन्मदिन पर माँ और पिता की बहुत याद आती है।क्योंकि आज करीब 7साल हो गए उनके हाथ से केक खाये हुए। #love you mumma and papa #i love you so much
Anil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 11 ।।श्री हरिः।। 2 - भगवान की पूजा एक साधारण कृषक है रामदास। जब शुक्र तारा क्षितिज पर ऊपर उठता है, वह अपने बैलों को खली-भूसा देने उठ पड़ता है। हल यदि सूर्य निकलने से पहले खेत पर न पहुँच जाय तो किसान खेती कर चुका। दोपहर ढल जाने पर वह खेत से घर लौट पाता है। बीच में थोड़े-से भुने जौ या चने और एक लोटा गुड़ का शर्बत - यही उसका जलपान है। जाड़े के दिन सबसे अच्छे होते हैं। उन दिनों जलपान में हरी मटर उबाल कर नमक डाल कर घर से आ जाती है खेतपर और गन्ने का ताजा रस आ जा
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