Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best आँधियों Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best आँधियों Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutआँधियों की जिद है जहाँ, आँधियों की ज़िद है, आँधियों को जिद है जहाँ, आँधियों पर शायरी,

  • 7 Followers
  • 26 Stories

शिवानन्द

मंज़िल की चाहत में अक्सर... इस पंक्ति को अपने अंदाज़ से पूरा करें। #मंज़िल #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #नदान_परिंदा #yqbaba #Hindi love

read more
                       ,
परों को अब  #हौसलों की बारी है।

दुआ करो कि सलामत रहे ये #हिम्मत
ये एक #चराग़ कई #आँधियों पे भारी है। मंज़िल की चाहत में अक्सर...
इस पंक्ति को अपने अंदाज़ से पूरा करें।
#मंज़िल #collab #yqdidi
   #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi #नदान_परिंदा #yqbaba #hindi #love

Raman pratap singh

...... #feellove

read more
कुछ ऐसे बद-हवास

         हुए हम #आँधियों से ........

जो पेड़ #खोखले थे
 
       हम उन्ही से #लिपट गए ...😍😍😍

©Raman Pratap Singh
  ......

#feellove

तेजस

आज हमारे भी शहर में बरसात हुई है, रुत बदला है कुछ तो बात हुई है। बादल भी थे कुछ बिजलियाँ भी थी, फुहारों और आँधियों के साथ हुई है। आज हमारे भी शहर में बरसात हुई है॥ चंद क़तरे खिड़की में आये मेरे भी, बँद मुठ्ठी में कुछ बूँद समाये मेरे भी।

read more
Mumbai Rains आज हमारे भी शहर में बरसात हुई है,
रुत बदला है कुछ तो बात हुई है।
बादल भी थे कुछ बिजलियाँ भी थी,
फुहारों और आँधियों के साथ हुई है।
आज हमारे भी शहर में बरसात हुई है॥

चंद क़तरे खिड़की में आये मेरे भी,
बँद मुठ्ठी में कुछ बूँद समाये मेरे भी।
तड़प तड़प के बादल बरसे थे,
भीगने की फ़िर भी कहाँ बात हुई है।
आज हमारे भी शहर में बरसात हुई है॥

अँधेरी रातों में भी ये तारे जगे हैं,
कुछ यादें संजोने में सारे लगे हैं।
दो पल को रोशन हुए अरसे बाद,
जब बिजलियों से जगमग रात हुई है।
आज हमारे भी शहर में बरसात हुई है॥ आज हमारे भी शहर में बरसात हुई है,
रुत बदला है कुछ तो बात हुई है।
बादल भी थे कुछ बिजलियाँ भी थी,
फुहारों और आँधियों के साथ हुई है।
आज हमारे भी शहर में बरसात हुई है॥

चंद क़तरे खिड़की में आये मेरे भी,
बँद मुठ्ठी में कुछ बूँद समाये मेरे भी।

कृष्णा यादव "काजू"

read more
आँधियों से जूझ के...

उंगली पकड़ के जिसकी खड़े हो गये हम, 
माँ बाप की दुआ से बड़े हो गये हम, 
हम आँधियों से जूझ के हँसते ही रहे हैं, 
फौलाद से भी ज्यादा कड़े हो गये हम।

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile