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Parul Sharma
साँवरा है वो मेरा बाबरे है हम कान्हा के प्रेम में मोहित हो नाचे मयूर सा मन एक नजर भर देख लो प्रभू हम है तेरे मोर पंख ©Parul Sharma #कृष्ण #बाबरामन #मोरपंख #मयूर #काँन्हा
Alok Vishwakarma "आर्ष"
तन रंगाय श्यामल, बस सजनी अंजोर है । वृन्दा की धुन में, लय नृत्या मन मोर है ।। #alokstates #vrindasays #मयूर #राधाकृष्ण #lovequotes #enchanted #missingyou #yqbabaquotes
पूर्वार्थ
... घने काले बादलों के साएं में जब बिजली कड़कती है और मयूर प्रसन्न होता है किंतु मेघ बिन बरसे ही गुजर जाते हैं मयूर की उस मन:स्थिति की कल्पना भी की है कभी सोचना जरा... ©purvarth #baarish #बारिश #मयूर #इश्क #प्रसन्न #मेघ #स्वरचित
Anil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 15 - राधे-श्याम का कुआँ 'इस कुऐँ में राधेश्याम कहना होता है। राधेश्याम कहो।' मेरे साथी ने मुझे प्रेरित करते हुए स्वयं कुएं में मुँह झुकाकर बड़ी लम्बी ध्वनि से कहा 'रा-धे-श्या-म।'
read moreDeepak Kumar
वो भी क्या दिन थे वो भी क्या दिन थे जब हम स्लेट पर चॉक से लिख कर गोभी के डंठल से मिटाते थे और मयूर के पंख को चॉक खिलाते थे ताकि मयूर जीवित रहे #NojotoQuote बीते लम्हें....
बीते लम्हें....
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || 12 - नृत्यरत ता थेई, ता थेई ता .... त थेई थेई, कन्हाई नाच रहा है। हिल रहा है मयूरपिच्छ मस्तक के ऊपर, हिल रही है अलकें और कुण्डल कपोलों पर ताल दें रहें हैं। कण्ठ में पड़ी मुक्तामाल, घुटनों से नीचे तक लटकती वनमाला के साथ लहरा रही है। फहरा रहा है पीतपट। वक्ष पर कण्ठ के कौस्तुभ की किरणें श्रीवत्स को चमत्कृत करती छहरा-छहरा उठती है।
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || 7 - गायक श्याम गा रहा है - अस्फुट स्वर में कुछ गा रहा है। गुनगुना रहा है, कहना चाहिए। वृन्दावन का सघन भाग - अधिकांश वृक्ष फल-भार से झुके हैं और उन पर हरित पुष्पगुच्छों से लदी लताएँ चढी लहरा रही हैं। भूमि कोमल तृणों से मृदुल, हरी हो रही है। वृक्षों पर कपि हैं और अनेक प्रकार के पक्षी हैं। पूरे वन के कपि और पक्षी मानो यहीं एकत्र हो गये हैं; किन्तु इस समय न कपि कूदते-उछलते हैं, न पक्षी बोलते हैं। सब शान्त-निस्तब्ध बैठे हैं। एक भ्रमर तक तो गुनगुनाता नहीं; क्योंकि श्याम गा रहा है।
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