Find the Best झटके Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutदिल भी मारे झटके सॉन्ग, rangeela के झटके, नसों में झटके लगना, झटके meaning in english, निम्नतम तुम सारे झटके,
OMG INDIA WORLD
यूं ही नही #आते भूकम्प के #झटके.!!💝 #जमीन के नीचे भी कोई दीवाना #तड़पता होगा.!!💐 ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD यूं ही नही #आते भूकम्प के #झटके.!!💝 #जमीन के नीचे भी कोई दीवाना #तड़पता होगा.!!💐💐💐💐
#OMGINDIAWORLD यूं ही नही #आते भूकम्प के #झटके.!!💝 #जमीन के नीचे भी कोई दीवाना #तड़पता होगा.!!💐💐💐💐
read moreAnil pathak
अच्छे अच्छे अपने 😎 को देखकर 👀 खाते है #झटके, क्युकी अपना 😎 #Style ही है सबसे हटके… ©Anil pathak
Mahima Yadav..
#OpenPoetry जाहिर होने ना दूंगी... धुंए सी तेरी मोहब्बत खाक हो गई चंदन सी महकी फिर राख हो गई मिलावट की जगह नही यहाँ फिर कैसे ये मोहब्ब्त पाक हो गई कोई जादू नही ये सिर्फ एक फरेब था खा-म-खा तुझे साहिर होने न दूंगी हाँ टूट चुकी हूँ पर जाहिर होने न दूंगी। कुछ नपा-तुला सा बांकी था मेरे जहन में सब साफ देखकर भी रह गई वहम में एक झटके में उड़ा गया सब कुछ मेरा कमाल की ताकत थी तेरे अहम मे इस खेल में तुझे माहिर होने न दूंगी हाँ टूट चुकी हूँ पर जाहिर होने न दूंगी किस्सो में बट गई बातें जो कभी किताब थी जज्बातो के पन्नो में हर लम्हो का हिसाब थी कुछ यूँ बयाँ करूँ मोहब्बत के अल्फ़ाज़ कि इश्क़ के लिबाज में लिपटी जैसे कोई हिजाब थी पर अब तुझे ख़ुद मे शामिल होने ना दूंगी हाँ टूट चुकी हूं पर जाहिर होने ना दूंगी.. कांच की पंछी थी मैं जो उड़ न पाई पीछे छूटता गया सब पर मुड़ ना पाई एक झटके में तोड़ दिया मुझे ऐसी टूटी की फिर जुड़ न पाई हो अगर ये सही तब भी तेरे दिए सितम को वाजिब होने न दूंगी हाँ टूट चुकी हूँ पर जाहिर होने न दूंगी.. #OpenPoetry
DASS BITTU KUMAR
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
read moreDASS BITTU KUMAR
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
read moreDASS BITTU KUMAR
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
read moreDASS BITTU KUMAR
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
read moreDASS BITTU KUMAR
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
read moreDASS BITTU KUMAR
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
read moreDASS BITTU KUMAR
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
"बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं" #stopeatersaresinners जी हां, बकरीद मनाना अल्लाह का आदेश नहीं है। ये वर्तमान के मुल्ला काज़ियों द्वारा अपने जीभ के स्वाद के लिए भोले मुसलमान समाज से किया धोखा है। इसका प्रमाण इस प्रकार है:- हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी में प्रमाण है कि उन्होंने तथा उनके एक लाख अस्सी हज़ार सीधे अनुयायियों ने कभी मांस को हाथ तक नहीं लगाया, उन्होंने कभी किसी पशु को हलाल नहीं किया। एक हदीस पुस्तक में हज़रत मुहम्मद जी कहते हैं,
read more